कर्मचारियों को मिलेगी एक और खुशखबरी! खाते में 63000 से 95000 तक बढ़ेगी सैलरी, जानें कैसे?

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। केन्द्रीय कर्मचारियों को जल्द एक और बड़ा तोहफा मिल सकता है। दिवाली बोनस और 38% महंगाई भत्ते (Dearness allowance) के बाद कर्मचारियों के फिटमेंट फैक्टर में एक बार फिर बढोतरी हो जा सकती है। खबर है कि मोदी सरकार अब फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) को बढ़ाने पर विचार कर रही है, सातवें वेतन आयोग के तहत सरकार कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी को एक बार फिर बढाया जा सकता है। हालांकि अभी कोई अधिकारिक पुष्टि या बयान सामने नहीं आया है।

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दरअसल, वर्तमान में 7वें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) 2.57 गुना है और बेसिक सैलरी 18000 है। वही 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर को 3.68 फीसदी कर मिनिमम बेसिक सैलरी को बढ़ाकर 26000 रुपए किया जा सकता है ।इससे न्यूनतम बेसिक सैलरी में 8000 की बढोतरी होगी और बेसिक सैलरी 18 हजार से बढ़कर 26000 हो जाएगी।इसका 52 लाख कर्मचारियों को बेसिक सैलरी में 50000 से 96000 तक लाभ मिलेगा ।

चुंकी केन्द्रीय कर्मचारियों की बेसिक सैलरी तय करने में अहम रोल माना जाता है।  7वें वेतन आयोग में जो Pay matrix बने है वे Fitment factor पर बेस्‍ड हैं, ऐसे में कर्मचारियों को मिलने वाली सैलरी में फिटमेंट फैक्टर का अहम रोल माना जाता है। इस फैक्टर के कारण ही केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में ढाई गुना से अधिक की बढ़ोतरी होती है।  आखिरी बार 2017 में एंट्री लेवल बेसिक पे 7000 रूपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 18000 रूपये की गई थी।

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उदाहरण के तौर पर, यदि किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए का लाभ होगा।3.68 होने पर सैलरी 95,680 रुपये (26000 X 3.68 = 95,680) हो जाएगी यानि सैलरी में 49,420 रुपए लाभ मिलेगा।वही 3 गुना फिटमेंट फैक्टर होने पर सैलरी 21000X3 = 63,000 रुपये होगी।सरकार इस पर सोच विचार कर अगले साल के बजट के बाद फैसला ले सकती है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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