Accident : बारातियों से भरी बोलेरो ट्रक में घुसी, 6 बच्चों सहित 14 की हुई मौत

Gaurav Sharma
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उत्तरप्रदेश, डेस्क रिपोर्ट। उत्तर प्रदेश (uttar pradesh) के प्रतापगढ़ के मानिकपुर में एक भीषण सड़क हादसा (Accident) हो गया। हादसा (Accident) इतना भीषण था कि इसमें 6 बच्चों सहित 14 लोगों की मौत (death) हो गई है। जानकारी के अनुसार प्रतापगढ़ के मानिकपुर पुलिस थाने की सीमा पर एक तेज रफ्तार बोलेरों (bolero) सड़क किनारे खड़े एक ट्रक (truck) में जा घुसी, जिसमें सवार 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है।

तेज रफ्तार बोलेरो किनारे खड़ी ट्रक में घुसी

बता दें कि तेज रफ्तार बोलेरो बरातियों से भरी हुई थी, जो कुंडा के चौसा जिरगापुर से नवाबगंज आ रही थी। सूचना पर पहुंची कुंडा कोतवाली पुलिस ने मृत व्यक्तियों को बाहर निकाला। वहीं इस घटना पर यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(CM Yogi Adityanath) ने दुख जताते हुए जांच करने के आदेश जारी किए है।

 

दर्दनाक सड़क हादसा

सड़क हादसे (Accident) के बाद लोगों में चीख पुकार मच गई। हादसा इतना भयानक था कि किसी भी व्यक्ति की वाहन के पास जाने की हिम्मत नहीं हो रही थी। वहीं स्थानीय लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी, जहां पहुंची पुलिस ने तुरंत ही बोलेरो गाड़ी को गैस-कटर से कटवाकर करीब 14 लोगों के शवों का रेस्क्यू कर बाहर निकाला। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस की टीम को करीब दो से तीन घंटे का समय लग गया। फिलहाल पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

 

नशे में था बोलेरो ड्राइवर

इस सड़क हादसे का कारण ड्राइवर का नशे में होना बताया जा रहा है। जिसके कारण ड्राइवर को सड़क किनारे खड़ी ट्रक नहीं दिखी और उसकी गाड़ी ट्रक में जा घुसी। बता दें कि हादसा प्रयागराज-लखनऊ हाइवे पर हुई है, जहां से सभी लोग बारात में शामिल होने गए थे। वहीं हादसे की सूचना मिलने के बाद बारात बिना दुल्हन के ही घर लौट गई। इस सूचना के बाद पूरे परिवार में मातम छाया हुआ है।

हादसे के बारे में स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिरगापुर गांव के संतराम यादवा के बेटे की बारात शेखवापुर गई हुई थी। जहां से कुछ बाराती देर रात घर को लौट रहे थे, तभी यह घटना हुई है। इस हादसे में 6 बच्चे भी शामिल है, जिनके घर वालों को रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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