भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मोदी कैबिनेट विस्तार (Modi cabinet expansion) के बाद केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। मुख्तार अब्बास नकवी को राज्यसभा (Rajya Sabha) में उपनेता बनाया गया है।इससे पहले उच्च सदन में उप नेता की जिम्मेदारी पीयूष गोयल (Piyush Goyal) के पास थी जिन्हें पिछले दिनों राज्यसभा का नया नेता नियुक्त किया गया है। गोयल से पहले थावर चंद गहलोत नेता सदन थे। हालांकि मंत्रिपरिषद विस्तार से ठीक पहले उन्हें कर्नाटक का राज्यपाल ( Karnataka Governor ) नियुक्त किया गया।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्तार अब्बास नकवी को संसदीय राजनीति का लंबा अनुभव है। वह पीएम मोदी (PM Narendra Modi) के पहले कार्यकाल में संसदीय कार्यमंत्री के तौर पर भी काम कर चुके हैं। इसके साथ ही विभिन्न विपक्ष समेत सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ उनके संबंध ना सिर्फ अच्छे है बल्कि तालमेल भी अच्छा बैठता है, ऐसे में माना जा रहा है कि सदन में मोदी सरकार (Modi Government) का मजबूती और बेबाकी के साथ पक्ष रखने के लिए पीयूष गोयल और नकवी को नेता और उपनेता की जिम्मेदारी दी गई है।
खास बात ये है कि मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) को ऐसे वक्त में यह जिम्मेदारी दी गई है, जब सदन में मोदी सरकार किसान आंदोलन, पेगासस जासूसी प्रकरण समेत कई बड़े मुद्दों पर विपक्ष के हमले झेल रही है। इसका उदाहरण आज सोमवार को देखने को मिला। जब विपक्ष के हंगामे के बीच राज्यसभा का मानसून सत्र शुरु हुआ। इस दौरान पीएम मोदी ने नए मंत्रियों का परिचय कराया और कहा कि विपक्ष को OBC और महिलाओं का मंत्री बनना चुभ रहा है,विपक्ष की मानसिकता महिला विरोधी है।
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बता दे कि मुख्तार अब्बास नकवी साल 2016 में राज्यसभा (Rajyasabha) के लिए चुने गए थे, वे 2014 को नरेंद्र मोदी मंत्रालय में अल्पसंख्यक मामलों और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री बने। जुलाई 2016 को नजमा हेपतुल्ला के इस्तीफे के बाद, उन्हें अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार मिला। ई 2019 को नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में मंत्री के रूप में शपथ ली और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के साथ बने रहे।