लखनऊ, डेस्क रिपोर्ट। यूपी विधानसभा चुनावों के नतीजों के पहले लखनऊ (Lucknow lunicipal corporation) ने बड़ा फैसला लिया है और एक साथ तीन हजार सफाई कर्मचारियों (cleaning worker) को नौकरी से निकाल दिया है।इस बड़े कदम के पीछे लखनऊ नगर निगम ने बजट में कटौती और आर्थिक संकट का हवाला दिया है।यह पहला मौका नहीं है, दो महीने पहले भी निगम ने 1500 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था।
MP Government Job: यहां 81 पदों पर निकली है भर्ती, 28 मार्च लास्ट डेट, जानें पात्रता-आयु
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो लखनऊ नगर निगम (lucknow nagar nigam) ने यूपी शासन के वित्त आयोग के बजट के तहत कार्यदायी संस्थाओं के जरिए नियुक्त किए गए करीब 25 प्रतिशत कर्मचारियों को हटाने का फैसला किया गया है।जिसके बाद नगर निगम ने करीब 3500 सफाईकर्मियों की छुट्टी कर दी गई है।इस फैसले से पार्षद और अधिकारी-कर्मचारियों को बड़ा झटका लगा है।आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी की तरफ से जारी आदेश में नगर निगम के पुरानी सीमा में 25% और विस्तारित क्षेत्र में 50% सफाई कर्मचारियों की कटौती की गई है।
MP News : लापरवाही पर बड़ी कार्रवाई, तीन कर्मचारी निलंबित, 1 बर्खास्त, 6 अधिकारियों को नोटिस जारी
हैरानी की बात तो ये है कि यह कार्रवाई तब की गई है, जब कई चरण की जांच में इतनी संख्या में कर्मचारियों को मौके पर नहीं पाया गया, जबकि स्मार्ट फोन पर उनकी उपस्थिति दर्ज हो रही थी और नगर निगम को प्रतिदिन प्रति कर्मचारी के हिसाब से 308 रुपये मानदेय देना पड़ रहा था।बता दे कि नगर निगम की पुरानी सीमा में करीब 10 हजार सफाई कर्मी और विस्तारित क्षेत्र में 2700 सफाई कर्मी तैनात थे।