40,000 कर्मचारियों को लेकर बड़ा फैसला, वर्क फ्रॉम होम की छूट, कटेगी सैलरी

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। भारत में न्यू वेज कोड (new wage code) अभी लागू नहीं किया गया है, लेकिन अमेरिका की अकाउंटिंग और कंसल्टिंग फर्म पीडब्‍ल्‍यूसी (PwC) ने दीवाली से पहले बड़ा फैसला लिया है। PwC कंपनी ने करीब 40,000 कर्मचारियों को हमेशा के लिए घर से काम (Work from Home) करने की छूट दे दी है, हालांकि इसमें कुछ शर्ते लागू की गई है, जिसके तहत  छोटे शहरों से फुल-टाइम वर्क फ्रॉम होम का विकल्प चुनने वाले कर्मचारियों की सैलरी में कटौती (Salary Cut) की जाएगी।

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अकाउंटिंग और कंसल्टिंग फर्म पीडब्‍ल्‍यूसी (PwC) ने वर्क फ्रॉम होम को लेकर अपनी नई पॉलिसी का ऐलान करते हुए अमेरिका में 40,000 कर्मचारियों को हमेशा के लिए घर से काम (Work from Home) करने की छूट दे दी है। कंपनी के अमेरिका में करीब 55,000 कर्मचारी (US Employees) हैं और दुनिया भर में करीब 2,84,000 कर्मचारी है। ​इससे पहले कंपनी के सिर्फ HR डिपार्टमेंट और लीगल टीम के सपोर्ट स्टाफ के कर्मचारियों को फुल-टाइम घर से काम करने की छूट दी गई थी।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पीडब्‍ल्‍यूसी कंपनी ने इसके लिए कुछ शर्ते रखी है और यह कर्मचारियों-अधिकारियों को तय करना है कि वे क्या चुनना चाहते है।नई पॉलिसी के तहत छोटे शहरों से फुल-टाइम वर्क फ्रॉम होम का विकल्प चुनने वाले कर्मचारियों की सैलरी में कटौती (Salary Cut) की जाएगी मतलब वर्क फ्रॉम होम का विकल्प चुनने वालों को कम सैलरी मिलेगी।

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मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी की डिप्टी पीपल लीडर योलांडा सील्स-कॉफील्ड का दावा है कि क्लाइंट सर्विस कर्मचारियों को फुल-टाइम वर्क फ्रॉम होम की सुविधा देने वाली अकाउंटिग इंडस्ट्री की पहली फर्म हैं। वर्क फ्रॉम होम चुनने वाले कर्मचारियों को अप्वाइंटमेंट्स, क्लाइंट विजिट और टीम मीटिंग्स के लिए महीने में ज्‍यादा से ज्‍यादा तीन बार ऑफिस आना होगा।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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