लखनऊ, डेस्क रिपोर्ट। यूपी की योगी सरकार इसी महीने 22 लाख सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों (UP Employees and Pensioners ) को बड़ा तोहफा दे सकती है।मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो राज्य के कर्मचारियों और पेंशनरों को मई महीने के अंत तक कैशलेस इलाज की सुविधा मिल सकती है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां कर ली है बस अब सीएम योगी के फैसले का इंतजार है। वही कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के परिवार की बात करें तो यह संख्या 1 करोड़ है।
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इसके तहत कर्मचारियों को हेल्थ कार्ड मिलेगा, जिससे वे सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में फ्री इलाज करा सकेंगे।वही राज्य कर्मचारी और पेंशनर या उनके परिवारीजन निजी अस्पतालों में भी पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त करा सकेंगे। वहीं सरकारी संस्थानों में खर्च की कोई समयसीमा नहीं होगी। वही सरकार पहले भुगतान करके रिंबर्समेंट लेने की पुरानी व्यवस्था भी खत्म नहीं करेगी। नई व्यवस्था से कर्मचारियों और पेंशनरों को सरकारी अस्पतालों, विभाग और सीएमओ के चक्कर काटने से भी मुक्ति मिल जाएगी।
दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए इस योजना का ऐलान किया था, चुनाव से पहले इसे कैबिनेट बैठक में भी मंजूरी दे दी गई थी, लेकिन चुनावी और आचार संहिता के चलते प्रक्रिया आगे ना बढ़ सकी, लेकिन अब योगी सरकार अपने वादे को पूरा करने की तैयारी में है। माना जा रहा है जल्द सीएम योगी इसे हरी झंड़ी दे सकते है और मई या जून से कर्मचारियों को कैशलेस इलाज (cashless treatment) की सुविधा मिल सकती है।
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इसके लिए चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग को 100 करोड़ का फंड मिलेगा। आयुष्मान योजना से संबद्ध अस्पतालों में ही इन्हें कैशलेस इलाज मिलेगा।स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपने सौ दिन के एजेंडे में शामिल किया गया है। उत्तर प्रदेश में 20 लाख सरकारी कर्मचारी और पेंशनभोगियों के परिवार की संख्या करीब 88 लाख है, ऐसे में कैशलेस इलाज योजना के लागू होने के बाद कर्मचारियों पेंशनरों को बड़ा फायदा मिलेगा।