कोलकाता, डेस्क रिपोर्ट। पश्चिम बंगाल के दो कृषि विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की सेवानिवृत्ति आयु 5 साल बढ़ा दी गई है। पश्चिम बंगाल विधानसभा ने सेवानिवृत्ति की बढ़ाने के संबंधी एक विधेयक को पारित कर दिया है। इन विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 से बढ़ाकर 70 साल कर दी गई है। अब इस प्रस्ताव को जल्द राज्यपाल की मुहर के लिए भेजा जाएगा।
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दरअसल, गुरुवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में राज्य-संचालित दो कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की सेवानिवृत्ति की आयु बढाने संबंधी एक विधेयक पश्चिम बंगाल कृषि विश्वविद्यालय कानून संशोधन विधेयक- 2022 पेश किया गया।इसमें तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के 119 विधायकों ने पक्ष और भाजपा के 53 विधायकों ने खिलाफ मतदान किया।वही आईएसएफ के एक विधायक नौशाद सिद्दीकी ने विधेयक पर मतदान में हिस्सा नहीं लिया।बावजूद इसके पक्ष का पलडा भारी होने के चलते इसे पारित कर दिया गया।
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पश्चिम बंगाल कृषि विश्वविद्यालय कानून(संशोधन)बिल-2022 पर राज्यपाल की मुहर लगने के बाद कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति(VC) के रिटायरमेंट की उम्र 70 वर्ष हो जाएगी। 2014 में ममता सरकार ने इस विश्वविद्यालय के वीसी की रिटायरमेंट की उम्र सीमा 60 से बढ़ा कर 65 किया जिसे और एक बार फिर 5 वर्ष बढ़ाया गया है। हालांकि कृषि मंत्री शोभन देव चटर्जी ने कहा कियदि किसी व्यक्ति के पास 65 साल से अधिक समय तक अपनी जिम्मेदारियों को निभाने की क्षमता है तो उन्हें इसकी अनुमति क्यों नहीं दी जाना चाहिए?