कर्मचारियों का जल्द बढ़ेगा फिटमेंट फैक्टर! न्यूनतम सैलरी होगी 26000, जानें नई अपडेट

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। 7th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों (Central Employees ) को जल्द बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है। महंगाई भत्ता (DA), एचआरए (HRA) और टीए (TA) प्रमोशन के बाद अब कर्मचारियों को जल्द फिटमेंट फैक्टर का तोहफा मिल सकता है। इसके बाद कर्मचारियों का न्यूनतम मूल वेतन यानी बेसिक सैलरी बढ़कर 26,000 हो सकती है।संभावना है कि 1 फरवरी 2022 को पेश होने वाले बजट से पहले केंद्रीय कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर तय हो सकता है।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केन्द्र की मोदी सरकार 26 जनवरी 2022 गणतत्र दिवस से पहले कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दे सकती है।इसके तहत कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर 2.57 से बढ़ाकर 3.68 तक किया जा सकता है, इस संबंध में जल्द कर्मचारी संगठन के साथ केन्द्र सरकार की एक बड़ी बैठक हो सकती है, जिसमें इसे बढ़ाने का फैसला लिया जा सकता है। वही आगामी बजट 2022-23 में इस खर्च को शामिल किया जा सकता है। अगर फिटमेंट फैक्टर 3.68 फीसदी होता है तो 8,000 रुपये की बढ़ोतरी से कर्मचारियों का मूल वेतन बढ़कर 26,000 रुपये हो जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाकर 3.68 किया जाता है, तो कर्मचारियों का मूल वेतन 26,000 रुपये हो जाएगा. यदि किसी सरकारी कर्मचारी का न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये है, तो 2.57 फिटमेंट फैक्टर के अनुसार सभी भत्तों को छोड़कर उसे 46,260 रुपये (18,000 X 2.57 = 46,260) बतौर सैलरी मिलेगी। जब फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) 3.68 होगा तब यही सैलरी 95,680 रुपये (26000X3.68 = 95,680) हो जाएगी।( यह एक अनुमान के तौर पर दर्शाया गया है, इसमें बदलाव भी हो सकता है।)

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बता दे कि इससे पहले आखरी बार फिटमेंट फैक्टर को 2016 में बढ़ाया गया था, जिसमें कर्मचारियों का न्यूनतम बेसिक वेतन 6,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये किया गया था। वही अब इसे एक बार फिर बढ़ाने की तैयारी है। आपको बताते चले कि फिटमेंट फैक्टर, केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में ढाई गुना से अधिक की वृद्धि करता है, जो वेतन भत्तों के अलावा उनके मूल वेतन और फिटमेंट फैक्टर से तय होता है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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