नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देशभर के पेंशनरों के लिए महत्वपूर्ण खबर है।पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा केंद्र सरकार के पेंशनरों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान लगातार जारी है। इसी क्रम में विभाग के अधीन केंद्र सरकार की टीम आने वाले बुधवार (16 नवंबर, 2022) को महाराष्ट्र के अंबरनाथ का दौरा करेगी। इस दौरान केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए इस अभियान का आयोजन अंबरनाथ शाखा में किया जाएगा। इसमें सभी पेंशनभोगी डिजिटल माध्यम से अपने जीवन प्रमाणपत्र को जमा करने के लिए इस केंद्र पर जा सकते हैं।
दरअसल, नवम्बर, 2021 में राज्यमंत्री (पीपी) डॉ. जितेंद्र सिंह ने किसी भी एंड्रॉइड मोबाइल फोन के माध्यम से जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक का शुभारंभ किया था। अब विभाग डिजिटल मोड के माध्यम से जीवन प्रमाण पत्र को बढ़ावा देने और चेहरा प्रमाणीकरण तकनीक को लोकप्रिय बनाने के लिए एक विशेष राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू कर रहा है। सभी पंजीकृत पेंशनभोगी संघों, पेंशन संवितरण बैंकों, भारत सरकार के मंत्रालयों व सीजीएचएस वेलनेस सेंटरों को निर्देश दिया गया है कि वे पेंशनभोगियों के ‘जीवन जीने की सुगमता’ को लेकर विशेष शिविर आयोजित कर जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र/चेहरा प्रमाणीकरण तकनीक को बढ़ावा दें।
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बता दे कि 1 अक्टूबर, 2022 तक कुल 29,29,986 डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र (डीएलसी) जारी किए गए हैं। इसमें से कुल 1,52,172 पेंशनभोगियों ने चेहरा प्रमाणीकरण के जरिए डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र का विकल्प चुना है। वहीं, केंद्र सरकार के 11,95,594 पेंशनभोगियों ने DLC को अपनाया है। इनमें से केंद्र सरकार के 96,099 पेंशनरों ने चेहरा प्रमाणीकरण के जरिए डीएलसी का विकल्प चुना है।इससे पहले जीवन प्रमाणपत्र को हार्डकॉपी में जमा करना पड़ता था, इसके लिए वृद्धजन पेंशनभोगियों को बैंकों के बाहर घंटों इंतजार करना पड़ता था। अब घर में ही सुविधाजनक रूप से से एक बटन क्लिक करने पर जीवन प्रमाणपत्र जमा करना संभव हो गया है।
ऐसे उठाए लाभ
मोबाइल फोन के माध्यम से चेहरा प्रमाणीकरण के जरिए जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की प्रक्रिया में पहली बार आधार संख्या, OTP के लिए मोबाइल नंबर, PPO नंबर और बैंक/डाकघर में खाता संख्या के बारे में विवरण जरूरी है। यह सुविधा राज्य सरकार के कर्मचारियों और राज्य- कोष कार्यालय के रूप में संवितरण प्राधिकरण के लिए भी उपलब्ध है।इसके लिए विभाग ने सभी पेंशनभोगियों से आधिकारिक यूट्यूब चैनल- DOPPW_INDIA OFFICIAL पर जाने का अनुरोध किया है। यहां चेहरा प्रमाणीकरण तकनीक के माध्यम से प्रमाणपत्र जमा करने की प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाते हुए दो वीडियो अपलोड किए गए हैं।
जीवन प्रमाण पत्र क्यों जरूरी?
बता दे कि लाइफ सर्टिफिकेट बनाने के लिए पेंशनर को पहले जीवन प्रमाण के साथ पंजीकरण करना जरूरी है। आप इसके लिए जीवन प्रमाण ऐप से घर बैठे काम निपटा सकते है या फिर इस एप को फ़ोन से कर सकते है। वही बैंक, सरकारी ऑफिस, पोस्ट ऑफिस या जीवन प्रमाण ऐप जैसे जीवन प्रमाण केंद्रों से मदद ले सकते है। ऐप आप jeevanpramaan.gov.in से डाउनलोड कर सकते हैं, इसके लिए आपको पहले से अप्रूव्ड बायोमीट्रिक फिंगरप्रिंट या फिर आइरिश स्कैनिंग डिवाइस की जरूरत पड़ेगी।DOPPW ने सभी पेंशनभोगियों से डिजिटल माध्यम से अपने जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए सुविधा केंद्र जाने का अनुरोध किया है।
मोबाईल एप से ऐसे करें जमा
- जीवन प्रमाण ऐप आप jeevanpramaan.gov.in से डाउनलोड कर सकते हैं। इसके लिए आपको पहले से अप्रूव्ड बायोमीट्रिक फिंगरप्रिंट या फिर आइरिश स्कैनिंग डिवाइस की जरूरत पड़ेगी।
- मोबाइल एप में सबसे पहले नए पंजीकरण (New Registration) के ऑप्शन में जाएं।अपना आधार कार्ड की संख्या (Aadhar Card Numbers), बैंक खाता संख्या (Bank Account Number), नाम (Name), मोबाइल नंबर (Mobile Number) और पेंशन भुगतान (Pension) आदेश दर्ज करें।
- इसके बाद बताए गए कुछ स्टेप फॉलो करके अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते है।