बिलासपुर।
भाजपा के वरिष्ठ नेता (Senior BJP leader) और अविभाजित मध्य प्रदेश में कैबिनेट मंत्री रहे सरदार बलिहार सिंह (Sardar Balihar Singh was a cabinet minister in undivided Madhya Pradesh)का शनिवार रात का निधन हो गया है। वह 94 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहा थे।शुक्रवार को ही उन्हें अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां शनिवार देर रात 9 बजे उनकी मृत्यु हो गई। उनका अंतिम संस्कार आज रविवार को गृहनगर चांपा में होगा। उनके निधन से छत्तीसगढ और मध्यप्रदेश (Chhattisgarh and Madhya Pradesh)में शोक की लहर है। कई दिग्गजों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।उनके निधन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत (Chief Minister Bhupesh Baghel, Speaker of the Legislative Assembly Dr. Charan Das Mahant )शोक व्यक्त किया है।
सरदार बलिहार सिंह के दो पुत्र और 6 पुत्रियां हैं। बलिहार सिंह की छवि भाजपा के ईमानदार निर्विवाद व सिद्घांतवादी नेताओ में की जाती है।उनके निधन पर विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत, नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक, सांसद गुहाराम अजगले, विधायक नारायण चंदेल, पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन सहित अन्य नेताओ ने शोक व्यक्त किया है। स्व. बलिहार सिंह का पार्थिक शरीर बिलासपुर से रविवार की सुबह चांपा लाया जाएगा। जहां अंतिम दर्शन के बाद दोपहर में उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
ऐसा रहा राजनैतिक सफर
छत्तीसगढ़ के चांपा से सरदार बलिहार सिंह 1989 में विधायक चुने गए थे। उन्हें मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा (Former Chief Minister of Madhya Pradesh Sundarlal Patwa)की कैबिनेट में खाद्य और जेल मंत्रालय (Ministry of Food and Prison in Cabinet)की जिम्मेदारी मिली थी। छत्तीसगढ़ बनने के बाद 2010 में यहां निःशक्त व वित्त विकास निगम के अध्यक्ष भी बनाए गए। पूर्व मंत्री बलिहार सिंह जांजगीर जिले के चांपा निवासी थे।