दिल्ली की राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर हलचल मची हुई है, जब सोमवार, 26 अगस्त 2025,को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और AAP नेता सौरभ भारद्वाज के घर पर देर रात तक रेड की। इस कार्रवाई का समय थोड़ी अटपटी थी,करीब 19 घंटे तक चली यह तलाशी, आधी रात बीत जाने के बावजूद जारी रही, लेकिन इसके बावजूद भारद्वाज मुस्कुराते हुए बाहर आए।
ED की इस रेड की अवधि,19 घंटे,एक लंबी प्रक्रिया का संकेत देती है। अनेक स्थानों पर तलाशी के बाद भी सौ़रभ भारद्वाज ने जनता और कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया। AAP ने इसे “ध्यान भटकाने की साजिश” बताते हुए कहा कि यह रेड प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री से शुरू हुई बहस से ध्यान हटाने के लिए की गई। AAP समर्थकों और नेताओं ने इस कार्रवाई को केंद्र सरकार द्वारा विपक्ष को दबाने का प्रयास बताया।
AAP नेताओं का रुख-प्रतिक्रिया
दिल्ली की नेता आतिशी ने कहा, “इसके पीछे राजनीतिक मंशा है और हम डरने वाले नहीं हैं।” AAP के विधानसभा उपनेता मनीष सिसोदिया, राज्यसभा सांसद संजय सिंह और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस घटनाक्रम को मुख्य विवाद से मीडिया का ध्यान हटाने वाली रणनीति बताया। वहीं दूसरी ओर, दिल्ली BJP ने इस कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है और अतीत में AAP सरकार द्वारा किए गए अस्पताल निर्माण घोटाले की जांच का हिस्सा है।
वित्तीय अनियमितताओं की जांच
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने अस्पताल निर्माण के दौरान निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया था और उन्हें जवाबदेही तय करना चाहिए। यह रेड दिल्ली में स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़े अस्पताल निर्माण प्रोजेक्ट्स,जो कुल ₹5,590 करोड़ की लागत से जुड़े थे,में संभावित वित्तीय अनियमितताओं की जांच से सम्बंधित है। AAP की ओर से इसे ध्यान भटकाने की कोशिश कहना और BJP की ओर से इसे भ्रष्टाचार निवारण की पहल मानना इस टकराव की तीव्रता को दर्शाता है।





