श्रमिकों-कर्मियों के लिए खुशखबरी, न्यूनतम वेतन में वृद्धि, नई दरें अप्रैल से लागू, आदेश जारी, अब खाते में आएगी 24000 तक राशि

दिल्ली सरकार ने सभी श्रेणियों के श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी दरों में वृद्धि का ऐलान किया है। ये नई दरें 1 अप्रैल 2025 से लागू होंगी। श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी में 390  से 520 रुपये प्रतिमाह तक की वृद्धि होगी।

Minimum wage Hike : दिल्ली के श्रमिकों कर्मियों के लिए खुशखबरी है। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सभी श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी में वृद्धि का ऐलान किया है। नई दरें 1 अप्रैल 2025 से लागू होंगी। नई दरों में महंगाई भत्ते को समायोजित किया गया है, जिससे श्रमिकों को बढ़ी मंहगाई के प्रभाव से राहत मिलेगी।

दिल्ली सरकार के इस फैसले से सभी प्रकार के शेड्यूल्ड रोजगारों में कार्यरत श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी में 390  से 520 रुपये प्रतिमाह तक की वृद्धि होगी।इस संबंध में श्रम विभाग ने आदेश जारी किया है। यदि किसी श्रमिक को निर्धारित न्यूनतम मजदूरी से कम भुगतान किया जाता है तो वे संबंधित जिले के संयुक्त श्रम आयुक्त या उप श्रम आयुक्त के पास शिकायत दर्ज कर सकते हैं। ये अधिकारी न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, 1948 के तहत दावों की सुनवाई और निर्णय के लिए तैनात हैं।

दिल्ली: जानिए किसके वेतन में कितनी हुई वृद्धि

  • अकुशल मजदूरों को अब तक 18066 रुपये मिलते थे, अब उन्हें 18456 रुपये मिलेंगे। उनकी सैलरी में 390 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
  • अर्ध अकुशल मजदूरों को पहले 19929 रुपये मिलते थे, अब उन्हें 20371 रुपये मिलेंगे। इनकी सैलरी में 442 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
  • कुशल मजदूरों को अब तक 21917 रुपये मिलते थे। अब उनकी मजदूरी 22411 रुपये हो जाएगी। इनके वेतन में 494 रुपये का इजाफा हुआ है।
  • जो श्रमिक मैट्रिक पास नहीं हैं, उन्हें अब 19929 की जगह 20371 रुपये मिलेंगे।
  • जो मजदूर मैट्रिक पास हैं लेकिन ग्रेजुएट नहीं हैं,उन्हें अब 21917 की जगह 22411 रुपये मिलेंगे।
  • ग्रेजुएट या उससे ज्यादा पढ़े-लिखे श्रमिकों को अब  23836 की जगह 24356 रुपये मिलेंगे।

ORDER COPY

श्रमिकों-कर्मियों के लिए खुशखबरी, न्यूनतम वेतन में वृद्धि, नई दरें अप्रैल से लागू, आदेश जारी, अब खाते में आएगी 24000 तक राशि


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News