Bihar Employees Teacher Salary Pension : बिहार के सभी विश्वविद्यालयों एवं उनके अधीनस्थ अंगीभूत, अल्पसंख्यक घाटानुदानित महाविद्यालयों के शिक्षक और कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। वेतन भुगतान को लेकर अब नई व्यवस्था लागू होने जा रही है। इसके तहत अब कर्मचारियों और शिक्षकों को विश्वविद्यालय से नहीं मिलेगी बल्कि शिक्षा विभाग द्वारा सीधे बैंक खातों में सैलरी भेजी जाएगी।
अब शिक्षा विभाग भेजेगा कर्मचारियों-शिक्षकों को वेतन
दरअसल, अबतक बिहार के सभी विश्वविद्यालयों और उनके अधीनस्थ अंगीभूत अल्पसंख्यक घाटानुदानित कॉलेजों के शिक्षक-कर्मियों को वेतन का भुगतान विवि द्वारा किया जाता है, इसके लिए शिक्षा विभाग हर माह एक तय राशि विवि को भेजता है। लेकिन अब शिक्षा विभाग ने शिक्षक-कर्मियों को सीधा वेतन भेजने का फैसला किया है।सीधे वेतन भुगतान की व्यवस्था को अमल में लाने के लिए विश्वविद्यालयवार वेतन पर्ची बनाने वाले जांच करने और स्वीकृति देने वाले पदाधिकारियों की नियुक्ति की गयी है, जो शिक्षकों एवं कर्मियों को वेतन भुगतान के लिए हर माह विश्वविद्यालयों में कार्य करें।
इन्हें सौंपी चेकर-मेकर की जिम्मेदारी
- जानकारी के मुताबिक, उच्च शिक्षा विभाग के सहायक प्रशाखा पदाधिकारी संजीव कुमार को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा, मगध विश्वविद्यालय बोधगया और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में मेकर और प्रशाखा पदाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार दास को जय प्रकाश विश्वविद्यालय छपरा, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय और मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय में मेकर तो प्रशाखा पदाधिकारी आलोक कुमार को चेकर नियुक्त किया गया है।
- ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा, पटना विश्वविद्यालय, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय और मुंगेर विश्वविद्यालय में सहायक प्रशाखा पदाधिकारी प्रभात कुमार सिंह ,सहायक प्रशाखा पदाधिकारी नरेन्द्र कुमार को बीएन मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा, पूर्णिया विश्वविद्यालय, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में मेकर तो सहायक प्रशाखा पदाधिकारी प्रभात कुमार सिंह को चेकर नियुक्त किया गया है। इन सभी विश्वविद्यालयों के लिए एक एप्रूवर उप निदेशक दिवेश कुमार चौधरी को नियुक्त किया गया है।
पेंशनरों के लिए भी ऐसी व्यवस्था लागू करने की तैयारी, मांगी डिटेल्स
बिहार में विश्वविद्यालयों एवं अंगीभूत महाविद्यालयों से सेवानिवृत्त शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की पेंशन राशि को लेकर भी यही व्यवस्था लागू करने की तैयारी है। इसके तहत इन पेंशनरों को विश्वविद्यालय से नहीं मिलेगी बल्कि शिक्षा विभाग द्वारा सीधे बैंक खातों में पेंशन भेजी जाएगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों व अंगीभूत महाविद्यालयों से जानकारी मांगी है।इससे राज्य के 42 हजार सेवानिवृत्त शिक्षकों व कर्मचारियों को सीधा लाभ मिलेगा। संभावना है कि जून से शिक्षा विभाग विवि को राशि ना जारी ना कर सीधे पेंशनरों के खाते में पेंशन भेज सकता है।