नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। पब्लिक सेक्टर के सामान्य बीमा कर्मचारियों का 5 साल का इंतजार खत्म हो सकता है और जल्द उन्हें वेतन संशोधन का लाभ मिल सकता है।हाल ही में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता और राज्यसभा सांसद बिनॉय विश्वम (Rajya Sabha MP Binoy Viswam) ने लंबित वेतन संशोधन के संबंध में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक पत्र लिखा है और जल्द से जल्द समाधान निकलने की मांग की है।संभावना जताई जा रही है जल्द केन्द्र सरकार इस पर विचार कर सकती है, हालांकि अभी तक सरकार की तरफ से कोई बयान या जवाब नहीं दिया गया है।
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सीपीआई के राज्यसभा सांसद बिनॉय विश्वम ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लिखे पत्र में बीमा कर्मचारियों का वेतन जल्द संशोधित करने के लिए अपील की है। उन्होंने कहा है कि 2017 में इन कर्मचारियों के वेतन में संशोधन अनिवार्य किया गया था, लेकिन 5 साल बाद भी संशोधित वेतन नहीं जारी किया गया है।यह आवश्यक है कि इन कर्मचारियों के लिए वेतन संशोधन जल्द से जल्द हो।
पत्र में सांसद ने आगे लिखा है कि वेतन संशोधन, जो कर्मचारियों का अधिकार है, हर 5 साल में होता है और अप्रैल 2019 में शुरुआती बातचीत के बाद से रुका हुआ है। सामान्य बीमा कर्मचारी अखिल भारतीय संघ ने अभी तक इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की है। वर्तमान में सार्वजनिक क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियां जैसे न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, यूनाइटेड इंडियाज इंश्योरेंस कंपनी आईटीडी, ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी जैसी कंपनियां शामिल हैं। वही 7200 कार्यालयों में 53700 से अधिक लोगों को रोजगार देता है।
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सीपीआई संसदीय दल के नेता बिनॉय विश्वम ने अपने पत्र में लिखा मैं यह याद करना चाहता हूं कि इस संबंध मैं खुद आपसे और वित्त सचिव के साथ-साथ नेताओं से मिला हूं। सामान्य बीमा कर्मचारी अखिल भारतीय संघ, अभी तक इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। मैं आपसे इस मामले में सीधे हस्तक्षेप करने और इसे निपटाने के लिए कर्मचारियों के प्रतिनिधि के साथ जुड़ने का आग्रह करता हूं। आपके अच्छे स्वभाव की सकारात्मक प्रतिक्रिया से इन कर्मचारियों और उनके परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी।