सरकारी योजना: नहीं सताएगी बेटी की पढ़ाई और शादी की चिंता, इस योजना में निवेश करने पर मिलेगा फायदा

Manisha Kumari Pandey
Published on -

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। Government Scheme: यदि आपकी भी बेटी है और करिअर-शादी की चिंता करते हैं, तो यह खबर आपके लिए अच्छी साबित हो सकती है। भारत सरकार महिला सशक्तिकरण और बेटियों के भविष्य के लिए कई योजनाओं को लॉन्च करता है ताकि पैसे और आर्थिक तंगी के कारण देश में बेटियों की पढ़ाई ना छूटे और ना ही उनकी शादी रुके। वैसे ही योजनाओ में से एक सुकन्या समृद्ध योजना। यह योजना भारतीय सरकार द्वारा बेटियों के लिए लाई गई है। लोग इस योजना में निवेश करना भी पसंद करते हैं।

यह भी पढ़े… राशन कार्ड धारकों के लिए आई नई अपडेट, इन हितग्राहियों को मिलेगा फ्री राशन का लाभ, ऐसे करें अप्लाई

बता दें की इस योजना में अभिभावक निवेश कर अपने बेटी के लिए पैसे इकट्ठा कर सकते हैं। योजना की मट्युरिटी पूरी होने के बाद आपको अपने निवेश फल मिलता है, जिसका इस्तेमाल आप आपने बिटियाँ के सुंदर भविष्य के लिए कर सकते हैं। फिलहाल, सुकन्या समृद्ध योजना में इन्वेस्ट करने पर 7.6% का इन्टरेस्ट मिल रहा है। इस योजना के तहत अभिभावक अपनी बेटी की उम्र 10 साल होने से पहले खाता खुलवा रकते है। इस योजना का लाभ तभी मिलेगा जब एक परिवार में सिर्फ 2 बेटियाँ होंगी।

यह भी पढ़े… हमीदिया अधीक्षक पर अश्लीलता का आरोप, मानव अधिकार आयोग ने चिकित्सा शिक्षा आयुक्त से मांगा जवाब

इसमें आप कम से कम 250 और अधिकतम 1.5 रुपये का इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। इस योजना में निवेश करने से आपको टैक्स से भी छूट मिलती है। आवेदन करने के लिए आपको आधार कार्ड, बेटी का बर्थ सर्टिफिकेट, माता पिता की तस्वीर और अभिभावक का पैन कार्ड। इस योजना के अंदर कोई भी अभिभावक खाते को चालू बेटी के 21 साल होने के बाद कर सकता है। लेकिन 18 साल होने पर आप केवल 50% अमाउन्ट ही निकाल सकते हैं।

 


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News