नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को “पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना” के तहत मिलने वाली सुविधाओं का ऐलान किया है। यह योजना कोविड-19 महामारी के दौरान अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों की मदद करेगी। प्रधानमंत्री ने बताया कि इन बच्चों को 5 लाख तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। इसके लिए आयुष्मान हेल्थ कार्ड भी जारी किया जा रहा है। इसके अलावा प्रोफेशनल कोर्स और उच्च शिक्षा के लिए लोन दिया जाएगा।
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पीएम मोदी ने कहा कि, मैं जानता हूं करोना काल में जिन्होंने कोरोना वायरस से अपनों को खोया है। उनके जीवन में यह बदलाव बेहद कठिन भरा है। ऐसी चुनौतियों में प्रभावित बच्चे इन मुश्किलों से निकल सके उसके लिए हमारा द्वारा यह छोटा सा प्रयास है। इन बच्चों को इलाज के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के माध्यम से इनको आयुष्मान हेल्थ कार्ड दिया जाएगा। जिसमें 5 लाख तक का इलाज की मुफ्त सुविधा मिलेगी।
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इसके अलावा छात्रों को स्टाइपेंड और आर्थिक मदद भी दिया जाएगा। अगर किसी को प्रोफेशनल कोर्स के लिए या आगे की शिक्षा जारी रखने के लिए एजुकेशन लोन चाहिए होगा तो पीएम केयर्स उसमें भी उन बच्चों की मदद करेगा। साथ ही रोजमर्रा की दूसरी जरूरतों के लिए अन्य योजनाओं के माध्यम से प्रतिमाह बच्चों को ₹4000 दिए जाएंगे।
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जिन बच्चों ने अपने अभिभावकों को कोरोनावायरस महामारी में खो दिया है। वह बच्चे अब स्कूल की पढ़ाई पूरी कर पाएंगे तथा 18 से 23 साल के युवाओं को हर महीने स्टाइपेंड दिया जाएगा। इसके अलावा जब बच्चे 23 साल के हो जाएंगे तो उन्हें 10 लाख रुपए एक साथ मिलेंगे।
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प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार जिन लोगों ने 29 मई 2021 के कोविड-19 और 11 मार्च 2020 से 28 फरवरी 2022 की अवधि के दौरान जिन बच्चों ने अपने माता पिता को खोया है। उनके उद्देश्य को यह योजना पूरा करेगी। इस योजना के तहत बच्चों के रहने, खाने की व्यवस्था, शिक्षा एवं छात्रवृत्ति के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाएगी। उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी। इसमें बीमा का भी कल्याण भी सुनिश्चित किया गया है।