चंडीगढ़, डेस्क रिपोर्ट। खर्चों में कटौती कर सरकार का राजस्व बचाने के प्रयास में जुटी पंजाब सरकार ने MLA की पेंशन पर कैंची चलाई है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Punjab CM Bhagwant Mann) ने आज शुक्रवार को कहा कि अब पंजाब में किसी विधायक ने चाहे कितनी बार भी चुनाव जीता हो उसे केवल एक बार की ही पेंशन मिलेगी। उन्होंने कहा कि अब विधायकों को मिलने वाली फैमिली पेंशन और अन्य सुविधाओंको भी रिवाइज किया जाएगा।
करीब 3 लाख करोड़ रुपये के कर्जदार पंजाब के खजाने पर अतिरिक्त बोझ कम करने और खर्चों में कटौती करने की हर संभव कोशिश आम आदमी पार्टी कर रही है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दो दिन पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उनसे पंजाब के लिए विशेष पैकेज की मांग भी की है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज शुक्रवार को एक वीडियो सन्देश जारी कर कहा कि खर्चों में कटौती के लिए ये जरूरी है कि सबसे पहले अनावश्यक खर्चे बंद किये जाएँ। उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि जो विधायक दो बार, तीन बार, चार बार, पांच बार या और अधिक बार चुनाव जीता वो उतनी बार की पेंशन ले रहा है , सांसद बन गया फिर भी विधायक वाली पेंशन ले रहा है।ये अब बंद होगा।
उन्होंने कहा कि कोई विधायक 3 लाख रुपये पेंशन ले रहा है तो कोई पांच लाख रुपये, लेकिन अब किसी भी पार्टी का नेता MLA चाहे कितनी भी बार बना हो उसे पेंशन एक बार की ही मिलेगी, इससे बचने वाली राशि की पंजाब की जनता के हित के काम में लगाया जाएगा।
भगवंत मान ने कहा कि नेता जब चुनाव लड़ता है तो वो सेवा की बात कहकर चुनाव लड़ता है इसलिए जीतने के बाद भी उसे जनता की सेवा ही करनी चाहिए। बहरहाल आम आदमी पार्टी सरकार के इस फैसले से सरकार के खजाने का बोझ जरुरु कम होगा लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, अमरिंदर सिंह सहित कई ऐसे नेता है जो कई बार के विधायक रह चुके हैं उन्हें अवश्य नुकसान होगा।