मौसम की सटीक भविष्यवाणी और जानकारी में सुधार लाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने “Mission Mausam” को स्वीकृति दी है। दरअसल इस मिशन का उद्देश्य है कि मौसम से जुड़ी जानकारियां, जैसे बारिश, तूफान, चक्रवात और अन्य प्राकृतिक आपदाओं की सूचना, पहले से अधिक सटीकता के साथ जनता तक पहुंचाई जा सके।
दरअसल इसके लिए केंद्रीय कैबिनेट ने 2000 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। वहीं आगामी दो वर्षों में इस बजट को इसपर खर्च किया जाएगा। जानकारी के अनुसार मिशन का लक्ष्य है कि समय से पहले मौसम की सटीक भविष्यवाणी की जा सके, जिससे लोग समय रहते इसके लिए उचित रूप से तैयार हो सकें।
इन क्षेत्रों में भी होगा फायदा
असल में, मौसम की पूर्वानुमान क्षमता और उसकी जानकारी में सुधार होने से न सिर्फ आम लोगों को ही फायदा होगा, बल्कि यह कृषि क्षेत्र, आपदा प्रबंधन, रक्षा, उड्डयन, ऊर्जा, जल संसाधन और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में भी बड़े बदलाव ला सकता हैं। वहीं अब तक, मौसम संबंधी जानकारी हमेशा भरोसेमंद नहीं रही है, और कई बार समय पर उपलब्ध न होने से नुकसान भी देखा गया है। दरअसल सही समय पर सटीक जानकारी न मिलने से जान-माल की हानि भी होती रही है, जिसे अब मिशन मौसम की मदद से कम किया जा सकेगा।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव: पूर्वानुमान को सटीक बनाने के लिए किया जाएगा इसका उपयोग
वहीं केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत इस मिशन के तहत, मौसम की भविष्यवाणी को और अधिक सटीक बनाने के लिए नई तकनीकों और उन्नत प्रक्रिया का उपयोग किया जाएगा। दरअसल केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस वार्ता में बताया कि मौसम पूर्वानुमान को सटीक बनाने के लिए कई उच्चस्तरीय तकनीकों को शामिल किया जाएगा, जिससे जानकारी अधिक विश्वसनीय और समय पर मिल सकेगी।
दरअसल मौसम पूर्वानुमान को अधिक सटीक बनाने के लिए हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटरों का सहारा भी सरकार द्वारा लिया जाएगा। जानकारी के अनुसार इस तकनीक के माध्यम से मौसम की जानकारी “नाउकास्ट” के रूप में उपलब्ध कराई जाएगी। नाउकास्ट का मतलब है कि मौसम संबंधी जानकारी काफी पहले से प्रदान की जा सकेगी, जिससे लोग और संबंधित संस्थाएं समय रहते आवश्यक कदम उठा सकें।