इंदौर, आकाश धोलपुरे। कहते हैं जो किस्मत में लिखा होता है अक्सर वही मिलता है। और कुछ ऐसा ही हुआ इंदौर (Indore) के दो युवकों के साथ। जहां आईएएस (IAS) बनते बनते वो चाय वाले बन गए। दोनों के माता-पिता चाहते थे कि बच्चे पढ़ लिखकर अच्छी नौकरी करें और अफसरी करें, पर किस्मत से दोनों आज सफल चाय वाले हैं और करोड़ों कमा रहे हैं। आपको ऐसे ही दो दोस्तों की कहानी बताने जा रहे है।
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ऐसे आया था आईडिया
अनुभव दुबे (Anubhav Dubey) ने आठवीं क्लास तक एक गांव में पढ़ाई की थी जिसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए इंदौर आ गए थे और वहां उनकी मुलाकात आनंद नायक (Anand Nayak) से हुई थी। जहां आगे की स्टडी दोनों दोस्तों ने साथ में की। पर बाद में दोनों अपने अपने करियर के लिए अलग हो गए। क्योंकि आनंद पहले से ही बिजनेसमैन था इसलिए उसने पढ़ाई छोड़ कर अपने रिश्तेदारों के साथ बिजनेस करने में लग गया। वहीं अनुभव की माता पिता उसे आईएस बनाना चाहते थे जिसके कारण अनुभव आदि की पढ़ाई के लिए दिल्ली शिफ्ट हो गया और आईएएस की पढ़ाई में व्यस्त हो गया। कुछ समय बाद अनुभव के पास आनंद का फोन आया और उसने चाय के शौकीनों के लिए एक बिजनेस चालू करने की बात अनुभव को बताई कि इंडिया में चाय के बहुत शौकीन हैं और कुछ लोगों को तो इसकी लत भी है। टेस्टी और कड़क चाय पीना भारत में अधिकतर लोगों को पसंद है। और इसी को देखते हुए अनुभव और आनंद ने इसे अपना बिजनेस बनाने की सोचा। और फिर क्या था दोनों ने इसकी छोटे स्तर से शुरुआत की।
2016 में खोली थी पहली दूकान
दोनों दोस्तों ने अपने बिजनेस की शुरुआत इंदौर से की। जहां आनंद ने अपने पहले बिजनेस से 3 लाख इस व्यवसाय में लगाए और दोनों ने अपना सेटअप जमाया और युवाओं को टारगेट किया। अनुभव का कहना है यह सफर दोनों के लिए आसान नहीं था। जब दूकान का सेटअप कर रहे थे उसी बीच में उनके पास पैसे खत्म हो गए थे और उनके पास बैनर लगाएं तक के भी पैसे नहीं थे। जिसके बाद एक लकड़ी का सिंपल बोर्ड बनाकर उन्होंने चाय की दुकान को नाम दिया “Chai Sutta Bar” । दोनों दोस्तों के लिए यह सब इतना आसान नहीं था। अनुभव और आनंद को शुरुआत में बहुत कुछ झेलना पड़ा। अनुभव ने कहा कि लोग ताना मारते थे। माता-पिता चाहते थे कि बेटा यूपीएससी की तैयारी करे। लेकिन उसने चाय बेचना शुरू कर दिया। अनुभव के पिता भी नहीं चाहते थे कि वे ऐसा करें। धीरे-धीरे ग्राहक बढ़ने लगे और खूब कमाई करने लगे।
आज कंपनी का टर्नओवर 100 करोड़
धीरे धीरे लोगों को “Chai Sutta Bar” की चाय पसंद आने लगी। और ये नाम फेमस हो गया। बाद में दोनों की परिवार वालों में नहीं भी उन्हें सपोर्ट किया। दोनों दोस्त बताते हैं कि आज उनका सालाना टर्न ओवर 100 करोड़ से भी ज्यादा का है। वहीं पूरे देश में 15 राज्यों में चाय सुट्टा बार के 165 आउटलेट्स है। और आउट ऑफ इंडिया इसके 5 आउटलेट्स है।
9 तरह के फ्लेवर की मिलती चाय
“Chai Sutta Bar” में यह लोग 9 अलग-अलग तरह के स्वाद की चाय बेचते हैं। जिसमें इलायची, अदरक, तुलसी, केसर, नींबू, पान और मसाला चाय शामिल है। जिसमें 10 रुपए की चाय से लेकर 150 रूप तक की चाय शामिल है। बता दें कि दोनों ने बिजनेस करने के साथ-साथ करीब 250 कुम्हारों को भी रोजगार दिया है जो इनके लिए मिट्टी के कुल्हड़ बनाने का काम करते हैं। फिलहाल दोनों का टारगेट देश के हर छोटे शहर में अपने आउटलेट्स फैलाने का है। जिससे गरीबों को भी रोजगार मिल सके।