Cyclone Biparjoy : गुजरात की तरफ बढ़ रहा चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ 15 जून को करेगा लैंडफॉल, तूफानी हवाएं-भारी बारिश, गृह मंत्री अमित शाह की हाई-लेवल मीटिंग, अलर्ट पर NDRF-प्रशासन

Kashish Trivedi
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Cyclone BiparJoy, IMD Alert : अरब सागर में तैयार हुआ चक्रवात  Biparjoy अब भीषण चक्रवाती तूफान का रूप ले चुका है। चक्रवात उत्तर दिशा की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। अगले 24 घंटे के दौरान इसकी गति बदलकर उत्तर पूर्वी और होने का पूर्वानुमान जताया गया है। वहीं चक्रवात की गति उत्तर उत्तर पश्चिम की तरफ हो सकती है। कहा जा रहा है कि गुजरात में अगले 5 दिनों में गरज के साथ बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में हवा की गति बस तेज रहने वाली है। वही चक्रवाती तूफान आगे बढ़ने के साथ ही 100 से 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरात तट से टकराएगा।

तूफान बेहद गंभीर चक्रवात में तब्दील हुआ 

चक्रवाती तूफान बेहद गंभीर चक्रवात में तब्दील हुआ है। गुजरात के सौराष्ट्र कच्छ तक अपनी राह पर यह आगे बढ़ रहा है। इतिहास के तौर पर पश्चिम रेलवे द्वारा 67 ट्रेनों को रद्द किया गया है। वही 43 ट्रेनों को शार्ट ओरिजनेटेड किया गया है। चक्रवात की तीव्रता कम होने के बावजूद मौसम विभाग द्वारा सौराष्ट्र सहित 15 जिलों में नारंगी अलर्ट जारी किया गया है। वहीं चक्रवात के कारण भारी बारिश और तेज हवा चलने की संभावना जताई गई है। केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडवीया स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और जिला मुख्यालय भुज के लिए उड़ान भरने वाले हैं।

गृहमंत्री अमित शाह Biparjoy की तैयारी की समीक्षा बैठक करेंगे

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मंगलवार को चक्रवात बिपरजॉय की तैयारी की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गुजरात के जिलों के सांसद है जो चक्रवात से प्रभावित हो सकते हैं वह शब्द रूप से इस मीटिंग में भाग लेंगे मौसम विभाग द्वारा सोमवार को कहा गया कि अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान कमजोर होकर बहुत गंभीर तूफान में बदल गया है। इसके कई क्षेत्रों को प्रभावित करने का पूर्व अनुमान जताया गया है। दोपहर 3:00 बजे गृहमंत्री अमित शाह इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। चक्रवाती तूफान कमजोर हो गया है लेकिन पोरबंदर में लगभग 310 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम, देवभूमि द्वारका के 320 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम पर स्थित है।

पीएम मोदी ने किया तैयारियों का आकलन

इससे पहले पीएम मोदी ने चक्रवात से होने वाले नुकसान से निपटने की तैयारियों का आकलन करने के लिए एक समीक्षा बैठक भी की। बैठक में, पीएम ने वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय करने का निर्देश दिया कि गुजरात सरकार द्वारा कमजोर स्थानों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित रूप से निकाला जाए।

लोगों के निकासी के प्रयास तेज

इधर मंगलवार को लोगों के निकासी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। सरकार द्वारा तट से 10 किलोमीटर की दूरी के भीतर के लोगों को निकालने का कार्य शुरू कर दिया गया है। कच्छ, पोरबंदर के अलावा देवभूमि द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मौलवी के तटीय जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। समुद्र तट के पास रहने वाले लोगों को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मंगलवार से उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।

कच्छ से लेकर कराची के बीच लैंडफॉल का पूर्वानुमान

गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के 15 जून को गुजरात के कच्छ जिले से लेकर पाकिस्तान के कराची के बीच लैंडफॉल का पूर्वानुमान जताया गया है। चक्रवात का असर सौराष्ट्र कच्छ में 13 से लेकर 15 जून तक रहेगा। सबसे ज्यादा बारिश कच्छ, द्वारका और जामनगर में होने का पूर्वानुमान जताया गया है। आईएमडी के मुताबिक पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर सक्रिय हुए गंभीर चक्रवाती तूफान के रविवार सुबह पोरबंदर से लगभग 480 किलोमीटर दक्षिण दक्षिण पश्चिम में केंद्र था। वहीं मंगलवार तक इसके पूर्व द्वारका पहुंचने का पूर्वानुमान जताया गया है। जानकारों के मुताबिक तूफान का लैंडफॉल गुजरात में हो सकता है। वहीं पूर्व गुजरात के तट पर 1970 के बाद सिर्फ दो तूफान टकराए हैं। इसमें 1996 और 98 गुजरात तट पर दो चक्रवाती तूफान का लैंडफॉल देखने को मिला था। ऐसे में अरब सागर में उठा यह सबसे लंबा चक्रवाती तूफान माना जा रहा है।

हवा की गति 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे

मौसम विभाग के मुताबिक 15 जून की दोपहर के आसपास गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय सौराष्ट्र कच्छ और उससे सटे पाकिस्तान के तट से गुजर सकता है। सौराष्ट्र, कच्छ और जामनगर में हवा की गति 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से देखी जा सकती है। इसके बढ़कर 70 किलोमीटर तक पहुंचने का भी पूर्वानुमान जताया गया है। गुरुवार को हवा की गति में इजाफा देखा जाएगा। यह बढ़कर 75 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। कई क्षेत्रों में मछली पकड़ने संबंधित गतिविधियों को पूरी तरह से रोक दिया गया है। 15 जून तक किसी को भी तट के पास नहीं जाने के निर्देश दिए गए हैं।

बिपरजॉय 16 जून को दक्षिण पश्चिम राजस्थान में प्रवेश कर सकता है

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 16 जून को दक्षिण पश्चिम राजस्थान में प्रवेश कर सकता है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक चक्रवाती तूफान की कमजोर पड़ने और 16 जून को दक्षिण पश्चिम राजस्थान में एक गहरे अवसाद के रूप में प्रवेश करने की संभावना जताई गई है। डिप्रेशन की वजह से तूफान का प्रभाव जोधपुर और उदयपुर संभाग में देखने को मिलेगा। 15 जून की दोपहर के बाद आंधी और बारिश की गतिविधि राजस्थान के कई जिलों में देखने को मिल सकती है।

‘बिपारजॉय’ 15 जून की शाम तक गुजरात में कमजोर होगा 

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि ‘बिपारजॉय’ 15 जून की शाम तक गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के पास पार करने के लिए एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में कमजोर हो गया है। मंगलवार की सुबह तक एहतियात के तौर पर 8,000 से अधिक लोगों को अस्थायी चक्रवात आश्रयों में ले जाया गया था। छह तटीय जिलों में स्कूलों को भी बंद करने का आदेश दिया गया है।

 दिल्ली में हल्की बारिश का पूर्वानुमान

राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, तेज हवा चलने का अनुमान जताया गया है। दिल्लीवासी को गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है। अरब सागर में भाप बन रहे चक्रवात बिपारजॉय के प्रभाव में गुरुवार और शुक्रवार को शहर में हल्की बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।

पालघर में 15 जून तक तट के पास लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध

इधर पालघर जिला प्रशासन ने सोमवार को चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के मद्देनजर 13 जून से 15 जून तक तट के पास लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया। चक्रवाती तूफान बिपरजोय के बढ़ते खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र के पालघर जिला प्रशासन ने चेतावनी जारी की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक 13 जून से 15 जून तक तट के पास लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक है।

‘बिपारजॉय’ पर अपडेट 

एक चक्रवाती परिसंचरण (5 जून) से एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान (7 जून) तक बिपार्जॉय की यात्रा मात्र 48 घंटे तक चली, जिससे अधिकांश चक्रवातों की तुलना में इसकी तीव्रता तेज हो गई। बिपार्जॉय सप्ताहांत में एक अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में विकसित हुआ। बिपार्जॉय लगभग उत्तर की ओर बढ़ गया और अब पाकिस्तान के समुद्र तट के बजाय उत्तरी गुजरात तट की ओर थोड़ा पूर्व की ओर बढ़ने की भविष्यवाणी की गई है।

मौसम के मॉडल बताते हैं कि बिपार्जॉय उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने से पहले, सौराष्ट्र-कच्छ और पाकिस्तान के आस-पास के तटों को पार करने से पहले बुधवार (14 जून) तक उत्तर की ओर अपनी यात्रा जारी रखेगा। आईएमडी के अनुसार, यह मांडवी और कराची के बीच जखाऊ पोर्ट के पास गुरुवार दोपहर को एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में 125-135 किमी प्रति घंटे की अधिकतम निरंतर हवा की गति 150 किमी प्रति घंटे रहेगा।


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