भारत का सबसे पढ़ा-लिखा व्यक्ति, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम, देखें उनकी डिग्रियां

भारत के सबसे पढ़े-लिखे व्यक्ति डॉ. श्रीकांत जिचकर ने 42 यूनिवर्सिटी एग्जाम्स दिए थे। उनके पास 20 से ज्यादा डिग्रियां थीं। उन्हें कई बार गोल्ड मेडल से भी सम्मानित किया गया।

Sanjucta Pandit
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Most Educated Person in India : पढ़ाई लिखाई इंसान के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। भारत के अधिकतर घरों में आपने ऐसा देखा होगा कि माता-पिता भले ही कम पढ़े लिखे हो या ना पढ़े लिखे हो, लेकिन वह अपने बच्चों को उस लायक बनाना चाहते हैं कि कभी भी उन्हें किसी के आगे हाथ ना फैलाना पडे और वह अपनी जिंदगी को बहुत अच्छे से जी सके। पढ़ाई के दम पर व्यक्ति कुछ भी हासिल कर सकता है। आज हम आपको भारत का सबसे पढ़ा लिखा व्यक्ति के बारे में बताएंगे, जिनके पास इतनी सारी डिग्रियां है कि उसे गिन पाना असंभव है।

जी हां! इस सवाल का जवाब पता होना प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी जरूरी है और सामान्य ज्ञान के लिहाज से भी इसका जवाब जानना चाहिए।

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डॉ. श्रीकांत जिचकार

शिक्षा सभी के लिए बेहद जरूरी है। हम आपको बता दें कि भारत के सबसे पढ़े-लिखी व्यक्ति के पास एमए से लेकर एमबीबीएस, बीए, एलएलबी सहित करीब 20 डिग्रियां थी। जिनका नाम डॉ. श्रीकांत जिचकार है, जिन्हें आधिकारिक तौर पर देश का सबसे पढ़ा लिखा व्यक्ति माना जाता है। जिनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है। डॉ. श्रीकांत जिचकार ने 42 यूनिवर्सिटी एग्जाम्स दिए थे। उनके पास 20 से ज्यादा डिग्रियां थीं। उन्हें कई बार गोल्ड मेडल से भी सम्मानित किया गया।

किताबों से था लगाव

बता दें कि डॉ. श्रीकांत को किताबों से काफी ज्यादा लगाव था। वह हर एक पुस्तक को बड़े चाव से पढ़ते थे। उससे ज्ञान हासिल करते थे। उनके पास एक पर्सनल लाइब्रेरी थी, जिसमें करीब 52000 से अधिक किताबें उन्होंने रखी थी। वह IAS और IPS का पद भी संभाल चुके हैं, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

देखें उनकी डिग्रियां

श्रीकांत जिचकार की डिग्रियों में मेडिकल डॉक्टर, एमबीबीएस और एमडी, लॉ, एलएलबी, इंटरनेशनल लॉ, एलएलएम, मास्टर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, डीबीएम और एमबीए, बैचलर्स इन जर्नलिज्म, एमए पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, एमए सोसियोलॉजी, एमए इकोनॉमिक्स, एमए संस्कृत, एमए हिस्ट्री, एमए इंग्लिश लिटरेचर, एमए फिलोसॉफी, एमए पॉलिटिकल साइंस, एमए एंसिंट इंडियन हिस्ट्री, कल्चर एंड आर्कियोलॉजी, एमए साइकोलॉजी शामिल है।

2004 में हुआ निधन

रिपोर्ट्स की मानें तो वह राज्य मंत्री, राज्यसभा सदस्य और महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं। जिनका निधन 2 जून 2004 को हुआ था। जब उन्होंने 49 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया था, जो कि उनके परिवार और सोसाइटी के लिए बहुत बड़ा झटका था।


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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