Cabinet Meeting : मोदी कैबिनेट की बैठक आज, किसानों को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अध्यक्षता में आज बुधवार को कैबिनेट बैठक (Cabinet Meeting)  बुलाई गई है। इस बैठक में इस बैठक में गेहूं और अन्य फसलों पर एमएसपी (MSP Increase) बढ़ाने का फैसला हो सकता है। वही टेलिकॉम और टेक्सटाइल सेक्टर के लिए राहत पैकेज देने के लिए निर्णय लिया जा सकता है।

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इस कैबिनेट बैठक में मोदी सरकार रबी फसलों गेहूं, बार्ली, चना, मसूर, सरसों की MSP बढ़ाने का फैसला ले सकती है।इससे लाखों किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। वही टेलीकॉम सेक्टर (Telecom Sector) के लिए राहत पैकेज और टेक्सटाइल सेक्टर (Textile Sector) के लिए इंसेंटिव्स को मंजूरी दे सकती है।माना जा रहा है कि आज होने वाली कैबिनेट बैठक में इस सेक्टर के लिए किसी राहत पैकेज का ऐलान हो सकता है।

ऑटो सेक्टर के लिए करीब 57 हजार करोड़ रुपये की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना यानी पीएलआई स्कीम को मंजूरी दे सकती है।  यह स्कीम मानव निर्मित फाइबर सेगमेंट और टेक्निकल टेक्सटाइल के लिए होगी। मैनमेड फाइबर अपेरल के लिए 7,000 करोड़ रुपए आवंटित किया जा सकता है और करीब 4,000 करोड़ रुपए टेक्निकल टेक्सटाइल के लिए आवंटित किया जा सकता है।इस योजना के तहत न सिर्फ ऑटो कंपनियों को उत्पादन बढ़ेगा बल्कि एक्सपोर्ट में भी भारत मजबूत होगा साथ ही देश में नौकरियों (Jobs) के मौके भी बढ़ेंगे।

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इन सारे प्रस्तावों पर विचार करने के बाद एक अंतिम राहत पैकेज का प्रस्ताव टेलीकॉम मंत्रालय ने तैयार किया था।इस प्रस्ताव को पहले वित्त मंत्रालय और फिर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से चर्चा के बाद अंतिम रूप दिया गया और अब इसे कैबिनेट के पास भेजा गया है। इस प्रस्ताव को कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद आर्थिक दबाव वाली टेलीकॉम कंपनियों को राहत मिल सकती है और नौकरियां भी बढ़ेगी।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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