किसान सम्मान निधि को लेकर बड़ी खबर, 10वीं किस्त में 2000 की जगह मिलेंगे 4000! जानें कैसे?

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देश के करोड़ों किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। इस बार पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana 2021) के तहत मिलने वाली 10वीं किस्त में राशि की बढोतरी हो सकती है।मीडियो रिपोर्ट्स की मानें तो इस बार किसानों को 2 हजार की जगह 4 हजार रुपए मिल सकते है, ऐसा हुआ तो किसानों को सालाना 12 हजार रुपए मिलेंगे।हालांकि अभी तक इस पर मोदी सरकार की तरफ से कोई अधिकारिक बयान सामने आया है। माना जा रहा है कि किसान सम्मान निधि स्कीम की 10वीं किस्त 15 दिसंबर 2021 के आसपास किसानों के खातों में ट्रांसफर (Transfer) की जा सकती है।

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इसके अलावा केंद्र की मोदी सरकार ने किसान सम्मान निधि योजना में कुछ बदलाव किया है, इसके तहत सरकार ने राशन कार्ड (Ration Card) अनिवार्य कर दिया है। अब बिना राशन कार्ड के किसानों को पैसा नहीं मिलेगा। वही दस्तावेजों को PDF फाइल में भी भेजना होगा वरना आप स्कीम में रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाएंगे।अगर आपने अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है या फिर कोई डॉक्यूमेंट में गलती हो गई है तो जल्द सुधार लें।  चुंकी पिछले साल सरकार ने 25 दिसंबर 2020 को किश्त जारी की थी, ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) करोड़ों किसानों के खाते में राशि ट्रांसफर कर बडी राहत दे सकते है।

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बता दे कि अब तक 11.37 करोड़ किसानों को 1.58 लाख करोड़ रुपये भेज चुकी है।अगर किसी किसान के आवेदन के बाद भी उसे पीएम किसान की 9वीं किस्त नहीं मिली है, ऐसे में वो अपने लेखपाल, कानूनगो और जिला कृषि अधिकारी से संपर्क कर सकता है वही योजना की हेल्पलाइन (PM-Kisan Helpline No. 155261) या 1800115526 (Toll Free) या फिर 011-23381092 पर संपर्क कर सकते हैं और अपनी समस्या बता सकते है। इसके अलावा ई-मेल आईडी (pmkisan-ict@gov.in) पर अपनी शिकायत मेल भी कर सकते हैं।

हर वर्ष 6 हजार रुपए की मदद देती है सरकार

गौरतलब है कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Scheme 2021) के तहत रजिस्टर्ड किसान परिवारों को 6000 रुपये प्रति वर्ष की आर्थिक मदद दी जाती है, जिसमें किसानों बैंक खातों में हर चार माह में 2000 रुपये की 3 किस्तों के रूप में कुल राशि दी जाती है। इसके तहत केंद्र सरकार 2 हेक्टेयर तक जमीन वाले किसानों (Farmers) को सालाना 6000 रुपये देती है। वही मप्र सरकार 4 हजार रुपए और देती है।इसे मिलाकर किसानों को कुल 10 हजार रुपए खाते में डाले जाते है। 2020-21 के बजट में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है।

ये किसान है योजना से बाहर

PM-KISAN से बाहर किए गए लोगों में संस्थागत भूमि धारक, संवैधानिक पदों पर बैठे किसान परिवार, राज्य या केंद्र सरकार के सेवारत या सेवानिवृत्त अधिकारी और कर्मचारी, साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम और सरकारी स्वायत्त निकाय शामिल हैं। डॉक्टर, इंजीनियर और वकील जैसे पेशेवर के साथ-साथ 10,000 रुपये से अधिक की मासिक पेंशन वाले सेवानिवृत्त पेंशनभोगी और पिछले आकलन वर्ष में आयकर का भुगतान करने वाले भी लाभ के लिए पात्र नहीं हैं।

पैसा आया या नहीं… ऐसे करें चेक

  1. पहले पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर जाएं।
  2. यहां आपको राइट साइड पर ‘Farmers Corner’ का विकल्प मिलेगा
  3. यहां ‘Beneficiary Status’ के ऑप्शन पर क्लिक करें। यहां नया पेज खुल जाएगा।
  4. नए पेज पर आधार नंबर, बैंक खाता संख्या या मोबाइल नंबर में से किसी एक विकल्प को चुनिए। इन तीन नंबरों के जरिए आप चेक कर सकते हैं कि आपके अकाउंट में पैसे आए या नहीं।
  5. आपने जिस विकल्प का चुनाव किया है, उसका नंबर भरिए। इसके बाद ‘Get Data’ पर क्लिक करें।
  6. यहां क्लिक करने के बाद आपको सभी ट्रांजेक्शन की जानकारी मिल जाएगी। यानी कौनसी किस्त कब आपके खाते में आई और किस बैंक अकाउंट में क्रेडिट हुई।
  7. 9वीं किस्त से जुड़ी जानकारी भी आपको यहां मिल जाएगी।
  8. यदि आपको ‘FTO is generated and Payment confirmation is pending’ लिखा हुआ दिख रहा है तो इसका मतलब है कि फंड ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ये किस्त कुछ ही दिनों में आपके खाते में ट्रांसफर हो जाएगी।
  9. अगर पिछली सूची में आपका नाम था, लेकिन अपडेटेड सूची में आपका नाम नहीं है, तो आप पीएम किसान के हेल्पलाइन नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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