New Labor Law: जल्द बदलेंगे नियम, कर्मचारियों की सैलरी-PF में होगा बड़ा बदलाव

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। केंद्र की मोदी सरकार (Central Government) दीवाली पर सरकारी कर्मचारियों (Government Employee) को बड़ा तोहफा देने जा रही है। खबर है कि 1 अक्टूबर से मोदी सरकार नया श्रम कानून लागू (New Wage Code 2021) कर सकती है, इसको लेकर श्रम एंव रोजगार मंत्रालय (Ministry of Labor and Employment) तैयारियों में जुटा हुआ है। इस वेज कोड से सैलरी और बोनस के नियम भी बदल जाएंगे और हर क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की सैलरी में लगभग समानता हो जाएगी।

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोदी सरकार (Modi Government) 1 अप्रैल से लेबर कोड के नियमों (Labour Code Rules 2021) को लागू करना चाहती थी, लेकिन राज्य सरकारों के तैयार नहीं होने के कारण अब 1 अक्टूबर से लागू करने की तैयारी में है। अगर 1 अक्टूबर 2021 से लेबर कोड के नियमों को लागू किया जाता है तो कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 15000 रुपये से बढ़कर 21000 रुपये हो सकती है। इसके तहत कर्मचारियों (Employees) को हफ्ते में सिर्फ चार दिन ही काम करना पड़ेगा और।पीएफ बैलेंस भी काफी बढ़ोत्तरी होगी।

नया वेज कोड लागू के बाद कर्मचारियों की बेसिक सैलरी कर्मचारियों के CTC की 50 फीसदी से कम नहीं हो सकती है। बेसिक सैलरी बढ़ने से कर्मचारियों का पीएफ ज्यादा कटेगा। इससे कर्मचारियों के हाथ में आने वाली सैलरी निश्चित तौर पर कम हो जाएगी, लेकिन रिटायरमेंट पर उन्हें ज्यादा पैसे मिलेंगे। कंपनियों को बेसिस सैलरी का 50 प्रतिशत या इससे ज्यादा रखना होगा। बाकि 50 फीसद में सभी भत्ते शामिल होंगे।ऐसे में कर्मचारियों का ईपीएफओ (EPFO) और ग्रेच्युटी में योगदान बढ़ जाएगा।

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नए नियम (New Wage Code India 2021) के मुताबिक, कर्मचारियों को 9 के बजाए 12 घंटे की शिफ्ट करनी पड़ सकती है, जिसमें हर 5 घंटे पर 30 मिनट का ब्रेक मिलेगा। वहीं, सप्ताह में 48 घंटे काम करना होगा। अगर कोई व्यक्ति रोजना 8 घंटे काम करता है तो उसे सप्ताह में 6 दिन काम करना होगा। वहीं, दिन में 12 घंटे काम करने वाले व्यक्ति को सप्ताह तीन छुट्टी मिलेगी।15 से 30 मिनट भी अतिरिक्त समय देने पर उसे ओवरटाइम माना जाएगा।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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