दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। अब जल्द ही तालिबान सेना भी कब्ज़े वाले अफगानिस्तान में सुरक्षा में तैनात नज़र आएगी। अफगानिस्तान में जल्द ही तालिबान की औपचारिक सेना की होगी। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्ज़े के बाद कार्यवाहक सरकार बनाने की घोषणा की गई थी, जिसके हफ्तों बाद अब तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकारी प्रमुख करी फैसिहुद्दीन ने ऐलान किया है कि वे एक औपचारिक सेना बनाने पर काम कर रहे हैं और इस योजना को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा।
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फैसिहुद्दीन ने कहा, ‘हमारे देश की रक्षा करने के लिए एक नियमित और मजबूत सेना होनी चाहिए। इसमें पूर्व सरकार में सेवा करने वाले सेना के पूर्व सदस्यों को भी नई सेना में शामिल किया जाएगा। तालिबान किसी भी खतरे के खिलाफ पूरी ताकत से खड़ा होगा, चाहे वह बाहरी हो या आंतरिक। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है और पेशेवर हैं, उन्हें हमारी नई सेना में इस्तेमाल किया जाएगा। हमें उम्मीद है कि निकट भविष्य में इस सेना का गठन हो जाएगा।
वही दूसरी तरफ पूरी तरह से तहस नहस हो चुकी अफगानिस्तान की सेना के पूर्व सैनिकों का कहना है कि उन्हें अभी तक अपने काम पर वापस लौटने के लिए नहीं कहा गया है। वही एक पूर्व सैन्य अधिकारी के अनुसार अब कब्ज़े के बाद तालिबान को 3,00,000 सैनिकों के भाग्य के बारे में फैसला करना चाहिए।
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इस उथल पुथल को एक महीने से अधिक समय हो गया है जब देश से अमेरिका और नाटो सैनिकों की वापसी के बीच तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया। काबुल के तालिबान के हाथों में पड़ने और पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी की लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार गिरने के बाद देश पिछले महीने संकट में पड़ गया था। और अभी तक इस संकट से उबरा नही है। तालिबान ने कब्ज़े से पहले जिस तरह से बयानबाज़ी की उसके बाद अचानक ही तालिबान के सुर बदले और उसकी कथनी करनी में साफ अंतर नज़र आया।