Pegasus : राहुल गांधी बोले ये देशद्रोह, गृह मंत्री से मांगा इस्तीफा

Atul Saxena
Published on -
राहुल गांधी

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट।  पेगासस जसुसु कांड पर इस समय बवाल मचा हुआ है।  कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल मोदी सरकार पर हमलावर हैं।  इस बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पूरे मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग की है । राहुल गांधी ने कहा कि ये देश द्रोह है। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की है।  कांग्रेस ने गांधी प्रतिमा के नीचे प्रदर्शन भी किया।

राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरा फोन टेप किया गया, लेकिन मैं डरने वाला नहीं हूँ , जो भ्रष्ट होगा चोर होगा वो मोदी से डरेगा।  राहुल ने कहा कि पेगासस को किसने खरीदा एक आम आदमी तो इसे खरीद नहीं सकता , मेरा फोन टेप हुआ, देश के कई सांसदों, नेताओं, उद्योपतियों के फोन टेप किये गए , आखिर ये किसके कहने पर हुआ?  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या गृह मंत्री अमित शाह?

ये भी पढ़ें – बड़ी दुर्घटना: चट्टान खिसकने से 36 लोगों की मौत, 80-90 शव के मलबे में दबे होने की आंशका

राहुल गांधी ने कहा कि सरकार जनता की आवाज दबाना चाहती है लेकिन कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।  राहुल गांधी ने पेगासस जासूसी मामले में सर्कार की मंशा पर सवाल खड़े किये और गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की।  राहुल गांधी ने कहा कि – हमारी सीधी सी माँग है, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इसकी न्यायिक जांच हो ताकि देश को पता चले कि ये देशद्रोह किसके कहने पर किया गया प्रधानमंत्री या गृह मंत्री?

ये भी पढ़ें – MP Weather Alert: मप्र के 2 दर्जन से ज्यादा जिलों में भारी बारिश के आसार, रेड अलर्ट जारी

उधर कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा किया।  हंगामे को देखते हुए लोकसभ की कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।  उधर कांग्रेस ने सदन के बाहर भी हंगामा किया। कांगेस ने गांधी प्रतिमा के नीचे खड़े होकर एक बड़े से बैनर के साथ प्रदर्शन भी किया। राहुल गांधी ने प्रदर्शन की तस्वीर अपने ट्विटर एकाउंट पर शेयर भी की।

ये भी पढ़ें – पत्नी ने इंदौर में लिखाई गुमशुदगी की रिपोर्ट, पति को महेश्वर पुलिस ने किया गिरफ्तार


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News