नई दिल्ली।
देशव्यापी लॉकडाउन(lockdown) के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरे चरण के लॉक डाउन खत्म होने से पूर्व
सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। बैठक में पीएम मोदी ने साफ़ संकेत दिए हैं कि देश में लॉक डाउन आगे बढ़ाया जा सकता है। जिसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि देश में विभिन्न छूटों के साथ लॉकडाउन4 का भी ऐलान किया जायेगा। इसके बाद 31 तक लॉकडाउन बढ़ना लगभग तय हो चूका है। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि कोई भी डरा हुआ नहीं है, हम मिलकर लड़ेंगे और इस लड़ाई को जीतेंगे।
दो चुनौतियों पर जोर
वहीँ उन्होंने कहा कि भारत को दो चुनौतियों है एक कोरोनावायरस रोग के संक्रमण को कम करना और दूसरा सार्वजनिक गतिविधि को धीरे-धीरे फिर से शुरू करना। PM ने राज्यों के CMs से अपील की है कि वे ग्रीन जोन में जनजीवन को पटरी पर लाने में ध्यान दें। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जब तक वैक्सीन नहीं मिलती है, तब तक वायरस के खिलाफ सोशल डिस्टेंसिंग “सबसे बड़ा हथियार” बनेगी। पीएम मोदी ने कहा की लॉकडाउन को बढ़ाने की जरूरत है। इसलिए एल 4 के दौरान राज्य सरकर नेतृत्व करेंगे।
मजदूरों पर बोले पीएम
कुछ राज्यों को मजदूरों की कमी का सामना करना पड़ सकता है। उन्हें इस समस्या को हल करने के लिए तैयार रहना चाहिए। राज्यों में आने वाले मजदूरों का पुनर्वास कैसे हो इस पर राज्य सरकारों को ध्यान देना चाहिए। घर लौट रहे प्रवासी कामगारों की लेकर मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि इससे कुछ चुनौतियाँ पैदा होंगी। उन राज्यों से जहाँ प्रवासियों के पास श्रम की कमी होगी। और दूसरा की उनके गृह राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों में बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए उन्हें आर्थिक रूप से क्वारंटाइन करना होगा।
शिक्षा व्यवस्था में हो प्रौद्योगिकी का इस्तमाल
PM मोदी ने सभी राज्यों के सीएम से शिक्षा व्यवस्था को लेकर कहा कि भारत को शिक्षा प्रणाली पर ध्यान देने की जरूरत है। भारत को शिक्षा प्रदान करने में और अधिक व्यापक रूप से प्रौद्योगिकी का उपयोग करना होगा। प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए शिक्षा प्रणाली को मॉडलिंग करना और परीक्षाओं का संचालन करना, जिसमें छात्र पीछे नहीं रहे।
पर्यटन क्षेत्र को मिले मजबूती
वहीँ दूसरी तरफ मोदी ने कार्यों के अगले सेट पर भी जोर दिया। आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करना। ऐसे समय में भारतीय पर्यटन स्थलों को विकसित करने के तरीकों के बारे में सोच रहे हैं जब दुनिया भर में पर्यटन बंद हो गए थे, जो कोविना के बाद के पर्यटन का लाभ उठाने में सक्षम थे।
रेल सेवा शुरू करना अच्छा उपाय नहीं- पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे समय में जब यात्री रेल सेवाओं को एक सीमित जगहों के फिर से शुरू किया गया है। पीएम ने रेखांकित किया कि सभी रेल सेवाएं फिर से नहीं शुरू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हमने एक ही समय में सभी पैसेंजर ट्रेनों की शुरुआत नहीं की। लेकिन हमने राजधानी जैसी कुछ सीमित ट्रेनें शुरू की हैं। जिनमें कुछ स्टेशन हैं या जो आर्थिक श्रृंखला से जुड़ी हुई हैं। सब ट्रेनों को शुरू करना अभी एक अच्छा विचार नहीं है।