अब श्रीलंका और मॉरिशस में UPI से कर सकेंगे पेमेंट, इन देशों में मिल चुकी है मान्यता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए श्रीलंका और मॉरिशस में यूनीफाइड पेमेंट सिस्टम (UPI) सिस्टम की शुरूआत करेंगे।

Shashank Baranwal
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UPI in Sri lanka and Mauritius: भारत का यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) सिस्टम देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अपना जाल बिछा रहा है। धीरे-धीरे कई देशों में भारत के UPI को मान्यता मिल रही है। इसी बीच एक महत्त्वपूर्ण खबर सामने आई है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को पड़ोसी देश श्रीलंका और अफ्रीकी देश मॉरिशस में UPI की शुरूआत करने वाले हैं। इस मौके पर श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगुनाथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी के साथ जुड़ेंगे।

डिजिटल कनेक्टिविटी और संबंधों में मजबूती

इस कदम से भारत का दोनों देशों के साथ सांस्कृतिक संबंधों में मजबूती आएगी। साथ ही डिजिटल कनेक्टिविटी में भी मजबूती आएगी। दोनों देशों में भारत के UPI  को मान्यता मिलने से टूरिज्म सेक्टर में फायदा होगा। इससे भारतीय सैलानियों को श्रीलंका और मॉरिशस में पेमेंट करने में आसानी होगी। वहीं इन दोनों देशों के सैलानियों को भारत में पेमेंट करने में आसानी होगी।

इन देशों मे UPI को मिल चुकी है मान्यता

गौरतलब है कि भारत के UPI सिस्टम को 11 अन्य देशों में भी मान्यता पहले मिल चुकी है। जिसमें फ्रांस, नेपाल, सिंगापुर, भूटान, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त अरब अमीरात, मलेशिया जापान, ओमान, साउथ ईस्ट एशिया और यूरोप शामिल हैं।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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