प्रयागराज महाकुंभ में हुए हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवेदना जताई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीड़ितों की हर संभव मदद का वादा किया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। दरअसल, अमृत स्नान के अवसर पर अत्यधिक भीड़ हो जाने के चलते श्रद्धालुओं के घायल होने की खबर सामने आई है। इस हादसे में 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल बताए जा रहे हैं।
इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि वह हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लगातार बातचीत कर रहे हैं और प्रशासन की ओर से पीड़ितों की हर संभव मदद की जा रही है।
मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं
प्रयागराज महाकुंभ को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी का पोस्ट, जताई संवेदना, कहा स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं@narendramodi @PMOIndia@myogiadityanath @myogioffice… pic.twitter.com/wOdin1GU3f
— MP Breaking News (@mpbreakingnews) January 29, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुःख
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा “प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इस हादसे में जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, मैं उनके प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। साथ ही, मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हर संभव मदद के लिए जुटा हुआ है। इस हादसे को लेकर मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार से संपर्क बनाए हुए हूं।”
#WATCH प्रयागराज: कुंभ मेला SSP राजेश द्विवेदी ने कहा, “कोई भगदड़ नहीं हुई, अत्यधिक भीड़भाड़ थी जिसके कारण कुछ श्रद्धालु घायल हो गए… किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। मेरी श्रद्धालुओं से अपील है कि जो घाट उनके लिए खुले हैं, वहां आराम से स्नान करें। अमृत स्नान जल्द ही शुरू होने वाला… pic.twitter.com/6Rf2tXEwlF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 29, 2025
हादसे को लेकर क्या बोले कुंभ मेला एसएसपी राजेश द्विवेदी?
वहीं, हादसे के बाद कुंभ मेला एसएसपी राजेश द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि यहां कोई भगदड़ नहीं मची थी। अत्यधिक भीड़ हो जाने से कुछ श्रद्धालु घायल हो गए हैं। किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए। हम श्रद्धालुओं से अपील करते हैं कि जो घाट उनके लिए खोले गए हैं, वहां पर आराम से स्नान करें। कुछ ही समय में अमृत स्नान भी शुरू हो जाएगा और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया जाएगा। इसके लिए कई घाट विकसित किए गए हैं, जहां श्रद्धालु सुगमता से स्नान कर सकते हैं।