Bribe: 3 लाख की रिश्वत लेते धराया अफसर, निशाने पर कई अधिकारी, हो सकता है बड़ा खुलासा

Pooja Khodani
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pm awas yojana

जयपुर, डेस्क रिपोर्ट। राजस्थान (Rajasthan) के जयपुर (Jaipur) में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। एसीबी ने जयपुर के एक लेबर कमिश्नर प्रतीक जागड़िया (Labor Commissioner Prateek Jagadiya) को तीन लाख की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है।वही इस कार्रवाई में आर्थिक मुख्य सलाहकार परिषद के विशेषाधिकारी रवि मीणा और निजी व्यक्ति अमित शर्मा को भी गिरफ़्तार किया गया है।जांच में सामने आया है कि प्रतीक की ओर से राज्य में संचालित फैक्ट्रियों में इंस्पेक्टर मॉनिटरिंग को कंट्रोल करने की एवज में भी रिश्वत (Bribe) ली गई है।

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प्रतीक झाझड़िया इंडियन पोस्टल सर्विस (Indian Postal Service) में 2011 बैच के अधिकारी है और भारत सरकार से प्रतिनियुक्ति पर राज्य सरकार (Rajasthan Government) के श्रम विभाग (Labour Department)  में कार्यरत है।वे दिसंबर 2019 से राजस्थान में काम कर रहे हैं। ब्यूरो के दल द्वारा आरोपियों के आवास और अन्य ठिकानों पर तलाशी जारी हैं। आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया हैं।इस मामले के खुलासे के बाद अब इसमें बड़े रैकेट के खुलासे होने की संभावनाएं जताई जा रही है, फिलहाल ACB पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।एसीबी ने यह कार्रवाई डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन के निर्देश पर की है।

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ACB अब प्रतीक के पिछले रिकॉर्डों को भी खंगाल रही है।आशंका जताई जा रही है कि वह अपने पिछले कार्यकाल में भी रिश्वत खोरी (Bribe) को बड़ी आसानी से अंजाम देता रहा है।शुरुआती जांच में ACB को बहुत सारे दस्तावेज मिले हैं, जिनमें लेनदेन का हिसाब है। कुछ कैश भी मिला हैं । श्रम आयुक्त प्रतीक, दलाल अमित और रवि , तीनों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए हैं। इन फोन से आपस में कई सारी काॅल्स की गई है। ट्रेकिंग से बचने के लिए whatsapp voice call भी की गई है।शुक्रवार-शनिवार की सर्चिंग में एसीबी को पांच से छह लाख रुपए कैश, कुछ साइन किए गए खाली चैक, और बहुत सारे दस्तावेज भी मिले हैं।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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