कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने अपने हालिया पाकिस्तान संबंधी बयान पर उपजे विवाद के बाद सफाई दी है। उन्होंने कहा कि उनका पड़ोसी देशों में घर जैसा महसूस करना वाला बयान केवल भारतीय उपमहाद्वीप के साझा इतिहास और लोगों के बीच आपसी संबंधों को रेखांकित करने के लिए था। पित्रोदा ने स्पष्ट किया कि उनका इरादा किसी विवाद को जन्म देना नहीं था।
एक्स पर एक पोस्ट में सैम पित्रोदा ने कहा, “मेरा उद्देश्य साझा इतिहास और लोगों के बीच आपसी संबंधों पर जोर देना था। न कि दर्द, संघर्ष या आतंकवाद और भू-राजनीतिक तनावों से उत्पन्न गंभीर चुनौतियों को नजरअंदाज करना।” उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में नई बहस छेड़ दी है।
‘पाकिस्तान में घर जैसा महसूस हुआ’
सैम पित्रोदा का यह बयान तब आया है, जब उनके पहले के कथन, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह पाकिस्तान में घर जैसा महसूस करते हैं, पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी आलोचना की थी। भाजपा ने कांग्रेस पर पाकिस्तान के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप लगाया और इसे इस्लामाबाद नेशनल कांग्रेस तक करार दिया था।
विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा
इस सफाई के बाद भी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां कुछ लोग सैम पित्रोदा के बयान को सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भ में देख रहे हैं, वहीं अन्य इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और संवेदनशीलता से जोड़कर आलोचना कर रहे हैं। यह मामला कांग्रेस और विपक्षी दलों के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है।





