Security Categories In India : सुर्खियों में रहने वाले बागेश्वर धाम के महंत और कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को हाल ही में वाई कैटिगरी सिक्योरिटी प्रदान की गई है। क्या आप जानते हैं आखिर यह सिक्योरिटी क्या है क्यों ये सुरक्षा दी जाती है? इस सिक्योरिटी के साथ-साथ अन्य कितनी सिक्योरिटी भारत में मौजूद है? अगर नहीं जानते हैं तो चलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं भारत में कितनी तरह की सुरक्षा मौजूद है और किन्हें कौन सी सुरक्षा दी गई है। ये सिक्योरिटी किस बेस पर दी जाती है और कितने सुरक्षा कर्मी एक व्यक्ति के साथ मौजूद रहते हैं, चलिए जानते हैं –
वैसे तो आज तक आपने कई समाचार में यह सुना होगा इस व्यक्ति को ये सिक्योरिटी मिली तो उसको दूसरी। इन सिक्योरिटी में किसी को जेड प्लस सुरक्षा मिलती है तो किसी को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलती है। लेकिन ये किस आधार पर मिलती है और किसे ये दी जाती है ये सवाल अक्सर मन में बना रहता है।
कितने प्रकार की होती है सिक्योरिटी?
आपको बता दे, भारत में सुरक्षा की श्रेणी क्या रहेगी उसे खतरे को देखते हुए तय किया जाता है। खतरे को देखने के बाद ही ये तय होता है कि किसको कौनसी श्रेणी की सिक्योरिटी दी जा सकती है। वैसे आपको बता दे, देश में वीआईपी सुरक्षा को आमतौर पर 4 भागों में बांटा गया है जो Z+, Z, Y और X है।
कौन देता है ये सिक्योरिटी?
आमतौर पर ये देश के सम्मानित लोगों और पॉलिटिशियंस को दी जाती है क्योंकि उनकी जान को खतरा रहता है। हालांकि मिनिस्टर्स को मिलने वाली सुरक्षा से ये अलग होती है। पहले इसके लिए गवर्नमेंट को एप्लीकेशन लिखना होती है उसके बाद खुफिया एजेंसियों के जरिए ये पता लगाया जाता है कि किसे कितना खतरा है। खतरे को देखते हुए सुरक्षा दी जाती है।
इसके लिए होम सेक्रेटरी, डायरेक्टर जनरल और चीफ सेक्रेटरी की कमेटी तय करती है किसे किस कैटेगरी में सिक्योरिटी दी जाए। इसके अलावा पुलिस के साथ-साथ कई एजेंसीज वीआईपी और वीवीआईपी को सिक्युरिटी कवर दे रही हैं। जिसमें स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप यानी एसपीजी, एनएसजी, आईटीबीपी और सीआरपीएफ शामिल हैं।
जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा
Z+ भारत में सर्वोच्च श्रेणी की सुरक्षा मानी जाती है। इसमें 10+ एनएसजी कमांडो और पुलिस कर्मियों सहित 55 कर्मियों शामिल होते हैं। ये सबसे खतरनाक सिक्योरिटी है। अभी तक ये सुरक्षा पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित कई अन्य लोगों को दी गई है।
Z श्रेणी की सुरक्षा
Z श्रेणी की सुरक्षा Z+ से थोड़ी अलग है। इस सुरक्षा में 4 या 6 NSG कमांडो और पुलिस कर्मियों सहित 22 कर्मियों रहते हैं। ये भी खतरनाक मानी जाती है। दिल्ली पुलिस या आईटीबीपी या सीआरपीएफ के जवानों द्वारा ये सुरक्षा प्रदान की जाती है। अभी तक ये योग गुरु रामदेव के साथ कई बॉलीवुड सितारों को दी जा चुकी हैं।
Y श्रेणी की सुरक्षा
Y+ श्रेणी की सुरक्षा में 1 या 2 कमांडो के साथ पुलिस कर्मियों सहित 8 कर्मियों रहते हैं। सुरक्षा के लिए इसमें दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर भी दिए जाते हैं। अब तक भारत में ये सुरक्षा कई लोगों को दी जा चुकी हैं। उनकी संख्या भी काफी ज्यादा है। वहीं वाई श्रेणी की सुरक्षा में कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं और कोई कमांडो नहीं तैनात होता।
X श्रेणी की सुरक्षा
X श्रेणी की सुरक्षा में 2 सशस्त्र पुलिस कर्मियों की सिक्योरिटी प्रदान की जाती है। पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर द्वारा ये सुरक्षा प्रदान की जाती है। अब तक कई लोगों को ये सुरक्षा दी जा चुकी हैं।