India-Myanmar Border: गृह मंत्री अमित शाह ने भारत-म्यांमार बॉर्डर को लेकर बड़ी कही और एलान करते हुए कहा की – ‘भारत-म्यांमार बॉर्डर पर खुली सीमा को बांग्लादेश की तर्ज पर फेंसिंग लगाकर सुरक्षित करने का निर्णय लिया गया है। यह कदम आतंकवाद और अनधिकृत प्रवासियों के खिलाफ हो रही चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगा। दोनों देशों के बीच फ्री मूवमेंट को बंद करने का निर्णय लिया गया है।’
फ्री मूवमेंट पर पुनर्विचार:
शाह ने बताया कि सरकार दोनों देशों के बीच फ्री मूवमेंट एग्रीमेंट पर पुनर्विचार कर रही है और आने-जाने की सहूलियत को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है।
सीमा की महत्वपूर्णता:
भारत-म्यांमार का सीमा 1600 किलोमीटर का है और इसमें चार राज्यों का समाहित होता है। इस सीमा को सुरक्षित करने के लिए फेंसिंग का निर्णय बड़ा महत्वपूर्ण हो सकता है।
फ्री मूवमेंट एग्रीमेंट का इतिहास:
भारत-म्यांमार के बीच फ्री मूवमेंट एग्रीमेंट की शुरुआत 1970 में हुई थी और तब से इसे बार-बार रिन्यू किया जा रहा है। आखिरी बार इसे 2016 में रिन्यू किया गया था।
यह नए निर्णय भारत-म्यांमार सीमा को सुरक्षित करने के साथ-साथ दोनों देशों को आतंकवाद से भी सुरक्षा में मदद करेगा। फ्री मूवमेंट एग्रीमेंट पर पुनर्विचार करने का निर्णय भी दोनों देशों के बीच संबंध को बढ़ावा देने का हिस्सा है।