UP News : बरेली मंडल के बिजली उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है। बिजली विभाग की ओर से घर-घर स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेजी से चल रहा है। अब तक 33,000 घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, जबकि कुल 21 लाख उपभोक्ताओं के यहां यह सुविधा दी जानी है।
रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी है ओटीपी
स्मार्ट मीटर लगवाने से पहले उपभोक्ताओं का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। यह प्रक्रिया पूरी तरह नि:शुल्क है और इसमें 6 अंकों के हैप्पी कोड (ओटीपी) की जरूरत होती है। रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा गया ओटीपी जांच के दौरान संबंधित अधिकारियों के साथ शेयर करें। पहचान पत्र और लेटर भी जरूर जांच लें। यदि कोई स्मार्ट मीटर के लिए आपसे पैसे मांगता है, तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1912 पर शिकायत दर्ज कराएं।
क्या है कंज्यूमर इंडेक्सिंग?
स्मार्ट मीटर लगवाने से पहले उपभोक्ताओं की जानकारी की जांच की जाती है, जिसे कंज्यूमर इंडेक्सिंग कहते हैं। इसमें नाम, पते और मोबाइल नंबर के साथ आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस जैसे दस्तावेज लिए जाते हैं। रजिस्ट्रेशन के बाद उपभोक्ता को उनके बिजली उपयोग और बैलेंस की रियल-टाइम जानकारी मिलने लगती है।
नि:शुल्क है स्मार्ट मीटर
- स्मार्ट मीटर लगवाने और रिप्लेसमेंट की प्रक्रिया पूरी तरह नि:शुल्क है।
- उपभोक्ताओं को किसी तरह की राशि नहीं देनी होगी।
- किसी भी ठगी या राशि मांगने की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1912 पर करें।
- स्मार्ट मीटर लगने के बाद मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (एमवीवीएनएल) का ऐप डाउनलोड करें।
- इस ऐप से आप अपनी बिजली खपत, बैलेंस और बिल की पूरी जानकारी देख सकते हैं।
भ्रम से बचने की अपील
स्मार्ट मीटर लगवाने की यह प्रक्रिया पूरी तरह से निःशुल्क अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी समस्या के लिए हेल्पलाइन नंबर 1912 पर संपर्क करें।