कोलकत्ता, डेस्क रिपोर्ट। विधानसभा चुनाव 2021 (west bengal assembly election 2021) के बावजूद भी पश्चिम बंगाल की राजनीति में उथल पुथल का दौर जारी हौ। सत्ता बनाने का ख्वाब देखने वाली बीजेपी टीएमसी विधायकों और नेताओं को तोड़ने के बावजूद भी 76 सीटों पर सिमट कर रह गई। इसी बीच BJP को एक और बड़ा झटका लगा है। BJP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय (Mukul Roy) और उनके बेटे के TMC में शामिल हो गए है। उन्हें खुद तृणमूल कांग्रेस सुप्रीम ममता बनर्जी ने घर वापसी कराई है। मुकुल रॉय ने तृणमूल कांग्रेस में वापसी करते हुए कहा कि मुझे अपने घर में लौटकर बेहद खुशी हो रही है।
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दरअसल, बुधवार को TMC के सीनियर लीडर और सांसद सौगत रॉय ने भी मुकुल रॉय के पार्टी में आने के स्पष्ट संकेत दिए थे। सौगत रॉय ने मुकुल की तारीफ करते हुए कहा था कि भले ही वह TMC छोड़कर गए थे, लेकिन सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ कभी खुलकर कुछ नहीं कहा था।वही हाल ही में कोलकाता में हुई भाजपा की बैठक में भी रॉय शामिल नहीं हुए थे।इतना ही नहीं हाल ही में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी(Chief Minister Mamata Banerjee) के भतीजे और TMC के महासचिव अभिषेक बनर्जी अस्पताल में भर्ती रॉय की पत्नी का हाल जानने पहुंचे थे।
वहीं कुछ दिनों पहले उनके बेटे ने भी फेसबुक पोस्ट के जरिए BJP को निशाने पर लिया था, इसके बाद से ही अटकलें तेज हो गई थी कि रॉय टीएमसी में शामिल हो सकते है।वही आज वे इसके बाद आज शुक्रवार को खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घर वापसी कराई है। रॉय के साथ ही उनके बेटे सुभ्रांशु रॉय ने भी टीएमसी जॉइन की है। मुकुल रॉय ने तृणमूल कांग्रेस में वापसी करते हुए कहा कि मुझे अपने घर में लौटकर बेहद खुशी हो रही है। मुझे अपने लोगों से मिलकर साथ आकर अच्छा लग रहा है। यही नहीं उन्होंने दीदी को देश और भविष्य का नेता भी बताया। फिलहाल बंगाल की जो स्थिति है, उसमें कोई भी बीजेपी में नहीं रुक सकता है।
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आपको बता दे कि 2017 में मुकुल रॉय ने BJP ज्वॉइन कर ली थी और उन्हें बाद में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया गया था। 2021 विधानसभा चुनाव में रॉय ने BJP के टिकट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।वही उनके बेटे को भी चुनावी मैदान में उतारा गया, लेकिन हार गए। कहा जाता है कि रॉय सीएम ममता बनर्जी के उस समय से करीबी रहे हैं, जब ये दोनों नेता यूथ कांग्रेस में हुआ करते थे। रॉय टीएमसी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं।
मुकुल रॉय का राजनैतिक करियर
- रॉय लंबे अरसे तक दिल्ली में सांसद के तौर पर टीएमसी का चेहरा रहे हैं।
- साल 2006 में उनको टीएमसी महासचिव बनाया गया था।
- रॉय साल 2001 में टीएमसी के टिकट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
- साल 2006 में उन्हें टीएमसी ने राज्यसभा में भेजा और वे वहां पार्टी के नेता रहे।
- यूपीए-2 में वे राज्य मंत्री भी बनाए गए।
- रॉय देश के रेल मंत्री भी रह चुके हैं।
- 2012 में यूपीए से टीएमसी के बाहर होने के बाद रॉय ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।