आखिर अरविंद केजरीवाल ने क्यों कहा- मुझे घर-घर जा कर भीख भी मांगनी पड़ेगी, मैं मांगूँगा

Atul Saxena
Published on -

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। योग क्लासेस बंद किये जाने के फैसले के बाद अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) भड़क गए हैं उन्होंने कहा कि ये बहुत दुःख की बात है, योग कौन बंद (Decision to stop yoga in Delhi) करता है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि BJP और LG साहब चाहे जितनी साज़िशें कर लें, हम ये योगा क्लास बंद नहीं होने देंगे। मुझे घर-घर जाके भीख भी माँगनी पड़ेगी, मैं मांगूँगा लेकिन योगा क्लास बंद नहीं होंगी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने मीडिया से कहा कि जब से योग क्लासेस बंद किये जाने की ख़बरें सामने आई है तब से दिल्ली के लोगों में बहुत गुस्सा है। आज जब अख़बारों में इसके बंद होने की ख़बरें छपी तो योगा टीचर्स के फोन आये कि हम पेमेंट नहीं लेंगे लेकिन बच्चों को योग सिखाएंगे।

ये भी पढ़ें – Sarkari Naukari: सेंट्रल यूनिवर्सिटी में निकली कई पदों पर भर्ती, 11 नवंबर से पहले करें आवेदन, जानें डिटेल्स

देश के कई लोगों ने फोन कर मुझे कहा है कि हम डोनेशन देंगे, टीचर्स का वेतन हम देंगे, आप योग क्लासेस चलाइये।  केजरीवाल ने कहा कि मैं आज ये घोषणा करता हूँ कि योग क्लासेस बंद नहीं होंगी ये लोग सत्ता के अहंकार में कुछ भी कर लें लेकिन दिल्ली के 2 करोड़ लोग मिलकर योग क्लासेस चलवाएंगे। उन्होंने कहा कि मुझे घर-घर जाके भीख भी माँगनी पड़ेगी, मैं मांगूँगा लेकिन योगा क्लास बंद नहीं होंगी, आपकी पेमेंट होगी।

ये भी पढ़ें – Indian Railways Update : यात्रीगण कृपया ध्यान दें, IRCTC ने आज रद्द की 84 ट्रेन , लिस्ट देखकर ही निकलें

गौरतलब है कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कल एक ट्वीट किया , जिसमें उन्होंने लिखा- यूनिवर्सिटी का बोर्ड चाहता है कि दिल्ली के आम लोगों के लिए योगशाला (Delhi Yogashala) चले, सरकार ने बजट भी दे रखा है, लेकिन फिर भी अफ़सरों को डरा-धमकाकर ‘दिल्ली की योगशाला” बंद (Decision to close Delhi Yogashala) करने का आदेश जारी करा दिया गया है।

ये भी पढ़ें – Gold Silver Rate : सोना लुढ़का, चांदी भड़की, नए रेट देख कर ही खरीदें

दिल्ली की योगशाला को जारी रखने का मेरा प्रस्ताव मुख्यमंत्री अरविंद की मंज़ूरी के बाद LG साहब को भेजा गया था जिस पर अभी तक उन्होंने खुद कोई निर्णय नहीं लिया है. लेकिन इस बीच अफ़सरों से मुफ़्त योग क्लास बंद करने का निर्णय करा दिया गया है।  


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News