सावधान ! अगर आप भी बैंक लॉकर में रखते है कीमती सामान, ये खबर है आपके लिए..

Gaurav Sharma
Published on -

लखनऊ, डेस्क रिपोर्ट। अगर आप भी बैंक लॉकर में अपना ज्वेलरी रखते है, तो अब सावधान हो जाइए। क्योंकि लखनऊ में बैंक लॉकर से कीमती गहनों के गायब होने का मामला सामने आया है। ये मामला लखनऊ के चौक थाना क्षेत्र का है। जहां रहने वाले अमित प्रकाश बहादुर का बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच कोनेश्वर चौराहे पर माता-पिता के साथ ज्वाइंट अकाउंट है। जहां उसने बैंक के लॉकर में करीब 200 तोले सोने के जेवरात रखे थे। जिसके अचानक गायब होने से पूरा परिवार सदमें है।

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक ग्राहक ने बैंक ऑफ बड़ौदा के लॉकर में अपने कीमती जेवर और सोने के सिक्के रखे थे। जिसकी कीमत एक करोड़ बताई जा रही है। जिसके गायब होने के बाद पूरे इलाके के साथ-साथ देश अन्य ग्राहकों में भी डर देखा जा रहा है। वहीं ज्वेलरी के गायब होने के बाद ग्राहक बैंक के पास पहुंचा, लेकिन उसके परेशानियों का समाधान नहीं हो सका। जिसके बाद ग्राहक अमित प्रकाश ने बैंक ऑफ बड़ौदा और लॉकर की देख-रेख करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। वहीं सूचना के बाद पुलिस ने मामले जांच शुरू कर दी है।

ग्राहक ने बताया कि उसका अपने माता-पिता के साथ ज्वाइंट अकाउंट है, जिसमें घर के कीमती जेवर और सिक्के रखे हुए थे। जिसकी कीमत करीब 1 करोड़ पांच लाख रुपए है। वहीं उन्होंने कहा कि वो समय-समय पर अपने लॉकर में रखे जेवर को देखने जाते रहते है। इस बीच कोरोना महामारी के चलते वो अपना बैंक लॉकर ऑपरेट नहीं कर पा रहे थे।

ग्राहक ने कहा कि हाल ही में उन्होंने अक्टूबर में अपने माता-पिता के साथ बैंक पहुंचे, जहां उनके साथ बैंक लॉकर ऑपरेटर स्वाति भी उनके साथ गई। क्योंकि लॉकर की एक चाबी ग्राहक और दूसरी चाबी ऑपरेटर के पास होती है। वहीं लॉकर को खोलने के लिए दोनों चाबी की आवश्यकता पड़ती है, जिसके बाद ही लॉकर खुलती है। लेकिन उस दिन दोनों चाबी डालने पर ऑपरेटर की चाबी लॉकर में भी फंस गई और लॉकर अंदर से ही खुल गई। जिसके बाद देखा की उसमें से सारे जेवर और कॉइन्स गायब है।

वहीं मामले की शिकायत बैंक प्रबंधक से करने पर उन्होंने उन्हें जांच का आश्वासन दिया था, उसके बाद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिसके बाद उन्होंने कानून का दरवाजा खटखटाया है। ग्राहक अमित ने बताया कि बैंक की ओर से कोई रिस्पॉन्स नहीं आने के बाद उन्होंने बैंक और लॉकर ऑपरेटर के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। जिसके तहत पुलिस ने बैंक और ऑपरेटर के खिलाफ 406 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

ग्राहक अमित बहादुर ने बैंक पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि ये काम कोई बिना मिलीभगत के नहीं कर सकता। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने अपने कीमती जेवर गायब होने की शिकायत बहुत बार बैंक से की है, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। इस चोरी के बाद से उनके माता-पिता भी काफी चिंतित और परेशान है।

वहीं मामले को लेकर डीसीपी क्राइम पी के तिवारी ने कहा कि बैंक से 200 तोले के ज्वेलरी गायब होने का मामला सामने आया है। जिसके संबंध में FIR दर्ज की गई है। वहीं मामले की जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News