रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली ने सेना के जवान को मारी टक्कर, ग्वालियर रेफर

Gaurav Sharma
Published on -

मुरैना, संजय दीक्षित। स्टेशन थाना क्षेत्र के अंबाह मुरैना मार्ग पर आज दोपहर रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली ने बाइक पर सवार सेना के जवान और उसके साथी को टक्कर मार दी। जिससे बाइक पर सवार युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल जवान और उसके साथी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर ने गंभीर हालत को देखते हुए सेना के जवान को ग्वालियर के लिए रेफर कर दिया हैं।

जानकारी के अनुसार भूपेंद्र गुर्जर और जय प्रकाश यादव बीएसएफ जवान जिगनी के रहने वाले बाइक लेकर मुरैना रेलवे स्टेशन की तरफ रिजर्वेशन कराने के लिए आ रहे थे। चूंकि सेना के जवान जयप्रकाश यादव की 2 दिन बाद छुट्टी खत्म होने वाली थी, इसलिए वो रिजर्वेशन कराने के लिए मुरैना आ रहा था। तभी गंज रामपुर मोड़ पर एसआर पेट्रोल पंप के पास रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली ने तेजी और लापरवाही से बाइक में टक्कर मार दी। जिससे बाइक पर सवार दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए ।

घायल जवान और उसके साथी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर ने उपचार के बाद गंभीर हालत में सेना के जवान को ग्वालियर के लिए रेफर कर दिया है। सूचना मिलते ही स्टेशन थाना प्रभारी आशीष राजपूत मय फोर्स के साथ जिला अस्पताल पहुंचे और घायल युवक का उपचार कराया। फिलहाल पुलिस ने ट्रैक्टर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली ने सेना के जवान को मारी टक्कर, ग्वालियर रेफर


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News