Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार किचन में रखी ये चीजें मानी जाती है अशुभ, आज ही हटा दें, भरा रहेगा भंडार

Vastu Tips: रसोई घर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जहां भोजन तैयार किया जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोई में कुछ चीजों को रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जो घर में बरकत को बाधित कर सकता है।

Bhawna Choubey
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Vastu Tips: हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है घर के निर्माण से लेकर घर में किस वस्तु को किस दिशा में रखना है तक का वर्णन वास्तु शास्त्र में विस्तार से किया गया है। वहीं, वास्तु शास्त्र में घर के हिस्से जैसे किचन, बैडरूम, डाइनिंग रूम, बालकनी छत आदि के बारे में भी कई सारी बातें बताई गई है। आज हम खासतौर पर किचन यानी रसोई घर के बारे में जानेंगे। किचन घर का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। वास्तु शास्त्र में किचन को लेकर ढेर सारी बातें बताई गई है, वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ चीजों को किचन में रखना शुभ माना जाता है वहीं कुछ चीजों को रखना अशुभ माना जाता है। वास्तु शास्त्र के नियमों का ज्ञान न होने की वजह से हम जाने अनजाने में उन वस्तुओं को भी किचन में रख देते हैं जो घर में नकारात्मक ऊर्जा फैलाती है और जिन्हें अशुभ माना जाता है। इसी के चलते आज हम आपको इस लेख के द्वारा उन वस्तुओं के बारे में बताएंगे जिन्हें घर के किचन में नहीं रखना चाहिए।

यहां कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्हें आपको अपनी रसोई से तुरंत हटा देना चाहिए

1. टूटे-फूटे बर्तन: टूटे-फूटे बर्तन नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। यदि आपके पास कोई टूटा-फूटा बर्तन है, तो उसे तुरंत फेंक दें।

2. जंग लगे बर्तन: जंग लगे बर्तन भी नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। यदि आपके पास कोई जंग लगा बर्तन है, तो उसे भी तुरंत फेंक दें।

3. खाली डिब्बे: खाली डिब्बे दरिद्रता का प्रतीक हैं। रसोई में खाली बर्तन रखने से बचना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार खाली डिब्बों से नकारात्मक ऊर्जा फैलती है। इसलिए घर के किचन में खाली बर्तन और डिब्बे नहीं रखना चाहिए।

4. जले हुए बर्तन: जले हुए बर्तन भी नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। यदि आपके पास कोई जला हुआ बर्तन है, तो उसे तुरंत फेंक दें।

5. चाकू और कैंची: चाकू और कैंची को हमेशा ढककर रखना चाहिए। खुले में रखे चाकू और कैंची नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करते हैं। इसके अलावा उन चाकू और कैची को बिल्कुल नहीं रखना चाहिए जिसमें धार ना हो।

6. कूड़ा-करकट: रसोई में कूड़ा-करकट जमा नहीं होने देना चाहिए। रसोई को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए। अगर रसोई घर में कूड़ा कचरा फैला रहता है तो ऐसे में बरगद नहीं होती है और माता लक्ष्मी नाराज हो जाती है।

7. मृत पौधे: मृत पौधे नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। यदि आपके पास कोई मृत पौधा है, तो उसे तुरंत हटा दें। अगर आपको पौधे लगाने का शौक है और आपने एक-दो पौधे अपने किचन में भी लगाए हैं तो ध्यान रखें कि उन्हें नियमित तौर पर पानी दें, खाद दें और उनकी रक्षा करें और अगर पौधे सूख गए हैं और मुरझा गए हैं तो उन्हें तुरंत हटा दें।

8. नकारात्मक चित्र: रसोई में नकारात्मक चित्र नहीं लगाना चाहिए। रसोई में केवल सकारात्मक चित्र लगाना चाहिए। आप चाहे तो घर के किचन में माता अन्नपूर्णा की तस्वीर लगा सकते हैं इसके अलावा आप सब्जी फल की तस्वीर भी लगा सकते हैं।

9. भगवान की मूर्तियां: रसोई में भगवान की मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए। भगवान की मूर्तियां पूजा घर में रखनी चाहिए। इस बात का ध्यान रखें की किचन में माता अन्नपूर्णा के अलावा कोई और भगवान की तस्वीर ना लगाएं।

10. टॉयलेट का दरवाजा: रसोई के पास टॉयलेट का दरवाजा नहीं होना चाहिए। यदि टॉयलेट का दरवाजा रसोई के पास है, तो उसे हमेशा बंद रखना चाहिए।

इन चीजों को हटाने के अलावा, इन बातों का भी रखें ध्यान

1. ताजे फल और सब्जियां: ताजे फल और सब्जियां सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करते हैं। रसोई में हमेशा ताजे फल और सब्जियां रखनी चाहिए।

2. तुलसी का पौधा: तुलसी का पौधा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करता है। रसोई में तुलसी का पौधा रखना शुभ माना जाता है।

3. स्वास्तिक का चिन्ह: रसोई में स्वास्तिक का चिन्ह लगाना शुभ माना जाता है।

4. हरा रंग: रसोई में हरा रंग सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करता है। रसोई में हरा रंग इस्तेमाल करना शुभ माना जाता है। इन वास्तु टिप्स का पालन करके आप अपनी रसोई में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह कर सकते हैं और अपने घर में बरकत ला सकते हैं।

(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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