धर्म, डेस्क रिपोर्ट। astrology facts: हाथ की सभी रेखाओं का अपना एक अलग महत्व होता है, जिसे देखकर व्यक्ति के जीवन से संबंधित जानकारियां और संभावनाओं का आंकलन किया जाता रहा है। जिससे उसके भविष्य की दिशा निर्धारित हो सकती है। आज हम उसी विषय पर चर्चा करेंगे, कि कौनसी रेखा का क्या प्रभाव पड़ता है।
ब्रेसलेट रेखा : ब्रेसलेट रेखा बताती हैं, हमारे जीवन और धन के बारे में संभावनाएं। चलिए जानते हैं।
यह भी पढ़ें – तुलसी के पौधे पर भूल से भी इस दिन कतई ना चढ़ाएं जल वरना बुरे पछताओगे
यह रेखा कलाई के नीचे की ओर होती है। आयु के मामले में हस्तरेखा शास्त्र कहता है कि कलाई की रेखाओं (ब्रेसलेट रेखा) की संख्या जितनी अधिक होती है, व्यक्ति के जीवन में दीर्घायु होने की उतनी ही अधिक संभावना होती है। इसके विपरित कम रेखा होने का अर्थ है कम आयु।
रेखा और आयु का गणित :
- पहली रेखा का अर्थ है 25 से 30 वर्ष तक आयु।
- दूसरी रेखा 30 से 60 वर्ष
- तीसरी रेखा 60 से 100 या उससे अधिक भी।
यह भी पढ़ें – घर की इस दिशा में पानी की टंकी रखना होता है बड़ा दुखदाई, आ सकती है आर्थिक तंगी
कलाई की रेखा का पूर्ण रूप से स्पष्ट दिखना बहुत ही शुभ है। इनका स्पष्ट दिखने का अर्थ है, निरोगी और स्वस्थ मानसिकता का जीवन। साथ ही शारीरिक क्षमता भी कम नहीं होती। यदि ये रेखाएं टूटी या कटी हुई है तो आशय यही है कि जीवन में रोग और मानसिक संताप झेलने की संभावना है। यदि दूसरी रेखा की बात करें तो यह जितनी स्पष्ट होगी, लक्ष्मी जी की कृपा उतनी ही अधिक बनी रहती है। इसके विपरित, कटी हुई रेखा, धन के प्रबंधन में लचीलेपन को बताती है, या निर्धनता को। तीसरी रेखा व्यक्ति के नाम और शोहरत कमाने की संभावना बताती है। यह जितनी स्पष्ट होगी आपके लोकप्रिय होने की संभावना उतनी ही अधिक बन जाती है।