Budh Shani Conjunction 2025 : ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों, राशियों, नक्षत्रों और कुंडली का बड़ा महत्व माना जाता है। हर ग्रह एक निश्चित अंतराल के बाद एक से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। खास करके न्याय व दंड के देवता शनि और ग्रहों के राजकुमार बुध की भूमिका ज्योतिष में बेहद अहम मानी जाती है, क्योंकि शनि और बुध को एक-दूसरे का मित्र माना जाता है।
वर्तमान में शनि मूल त्रिकोण राशि कुंभ और बुद्धि, ज्ञान और व्यापार के कारक बुध मकर राशि में विराजमान हैं। 8 फरवरी को शनि बुध से 30 डिग्री दूरी पर होंगे, जिससे द्विद्वादश योग बनेगा, जो 3 राशियों के लिए लकी साबित होगी।आईए जानते है किन राशियों की चमक सकती है किस्मत…
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शनि-बुध का शक्तिशाली राजयोग, राशियों पर प्रभाव
वृषभ राशि: बुध शनि का संयोग और द्विद्वादश योग जातकों के लिए शुभ साबित हो सकता है। जीवन में खुशियों का आगमन होगा। लंबे समय से रुके और अटके काम पूरे होंगे। संपत्ति, घर और वाहन खरीदने का अवसर मिल सकता है। नौकरी में कई नए अवसर मिल सकते है। स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है। संतान की तरफ से कोई गुड न्यूज मिल सकती है।
मीन राशि : बुध शनि का द्विद्वादश योग जातकों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। व्यापार में नए सौदे, नए समझौते या फिर कई नए प्रोजेक्ट मिल सकते हैं। नौकरीपेशा को वेतनवृद्धि के साथ प्रमोशन क तोहफा मिल सकता है। भौतिक सुख की प्राप्ति हो सकती है। लंबे समय से रुके काम पूरे होंगे । समाज में मान बढ़ेगा।
कुंभ राशि :बुध शनि का द्विद्वादश योग जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकता है। हर क्षेत्र से खूब सफलता हासिल हो सकती है।यात्रा पर जा सकते है। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। नौकरी बदलने, पदोन्नति और वेतन वृद्धि के योग बन रहे हैं। छात्रों के लिए समय अनुकूल रहेगा। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को सफलता मिल सकती है।
कब बनता है द्विद्वादश योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब दो ग्रह कुंडली में एक-दूसरे से दूसरे और बारहवें भाव में हो या फिर एक-दूसरे से 30 डिग्री पर होते है, तो द्विद्वादश योग का निर्माण होता है। शनि और बुध को एक-दूसरे का मित्र माना जाता है, ऐसे में ये संयोग बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)