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Tue, Dec 16, 2025

अगस्त में इस दिन मनाई जाएगी Bahula Chaturthi, जानें डेट और शुभ मुहूर्त

Written by:Sanjucta Pandit
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अगस्त महीने में बहुला चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको सही डेट, शुभ मुहूर्त और महत्व बताएंगे। पढ़ें विस्तार से यहां...
अगस्त में इस दिन मनाई जाएगी Bahula Chaturthi, जानें डेट और शुभ मुहूर्त

Bahula Chaturthi 2024 : हिंदू धर्म में चतुर्थी तिथि का व्रत विशेष महत्व होता है। बता दें कि हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इसे संकष्टी चतुर्थी और विनायक चतुर्थी कहा जाता है। दरअसल, कृष्ण पक्ष की चतुर्थी का व्रत करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाले सभी दुख और संकट दूर होते हैं। भगवान गणेश की पूजा विशेष विधि से की जाती है और उनसे समस्त कष्टों को हरने की प्रार्थना की जाती है। वहीं, शुक्ल पक्ष की चतुर्थी भगवान गणेश के प्रति श्रद्धा और भक्ति व्यक्त करने का दिन माना जाता है। इस दिन व्रत रखने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। इसी कड़ी में अगस्त महीने में बहुला चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको सही डेट, शुभ मुहूर्त और महत्व बताएंगे।

शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 22 अगस्त 2024 को दोपहर 01 बजकर 46 मिनट से शुरू होकर 23 अगस्त 2024 को सुबह 10 बजकर 38 मिनट तक रहेगी। इस प्रकार बहुला चतुर्थी का व्रत 22 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा।

महत्व

इस दिन गौ माता और उनके बछड़े की पूजा की जाती है। गौ माता को हिंदू धर्म में माता का स्थान दिया गया है और उनकी पूजा करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है। बता दें कि गौ माता की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है। इसे करने से परिवार में सभी प्रकार के कष्ट और संकट दूर होते हैं। मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने से संतान प्राप्ति होती है। साथ ही संतान की लंबी आयु की कामना पूरी होती है। इसके अलावा, इस व्रत को करने से कृषि और पशुपालन में भी लाभ होता है। गौ माता की कृपा से खेती में अच्छी फसल होती है और पशुओं की सेहत अच्छी रहती है।

ऐसे करें पूजा

  • इस दिन सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • गणेशजी की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीपक जलाएं।
  • अब पुष्प, दूर्वा और मोदक का भोग लगाएं।
  • फिर गणेश स्तोत्र का पाठ करें।
  • गौ माता और उनके बछड़े को स्नान कराकर उन्हें ताजे घास, गुड़ और अन्य भोजन पदार्थ खिलाएं।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)