Kark Sankranti 2024 : ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रह के राशि परिवर्तन को संक्रांति कहा जाता है। दरअसल सूर्य देव, जिन्हें ग्रहों का राजा माना जाता है, जुलाई महीने में कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। इसे कर्क संक्रांति के नाम से जाना जाता है। जानकारी के अनुसार, इस साल कर्क संक्रांति का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं कि कर्क संक्रांति कब है और इसका क्या महत्व है।
कर्क संक्रांति की तिथि
दरअसल इस वर्ष कर्क संक्रांति 16 जुलाई 2024 को मनाई जाएगी। जानकारी के अनुसार इस दिन सुबह 11 बजकर 29 मिनट पर सूर्य देव मिथुन राशि से कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। इस दिन साध्य योग, शुभ योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है। सूर्य देव की पूजा और दान-पुण्य करने से विशेष लाभ प्राप्त होगा।
शुभ मुहूर्त और उपाय
जानकारी के अनुसार कर्क संक्रांति पर पुण्य काल सुबह 05 बजकर 34 मिनट से शुरू होकर 11 बजकर 29 मिनट तक रहने वाला है। वहीं इस दौरान 9:11 से 11:29 तक महा पुण्य काल योग बनेगा। बता दें कि इस समय में तिल का दान करना बहुत शुभ माना जाता है, जिससे पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
दरअसल गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान के बाद जल में सफेद या काले तिल प्रवाहित करना चाहिए। बता दें कि यह अत्यंत शुभ होता है। इसके साथ ही जरूरतमंदों को भोजन कराएं और गरीबों को कपड़े, गेहूं, तेल आदि का दान करें। इसके साथ ही सूर्य देव की उपासना भी अत्यंत लाभकारी मानी जाती है।
बता दें कि सूर्य के राशि परिवर्तन को संक्रांति कहा जाता है और पंचांग में संक्रांति तिथि को विशेष महत्व दिया गया है। इस दिन सूर्य देव की पूजा-अर्चना से धन-ऐश्वर्य और सुख-समृद्धि मिलती है। स्नान-दान का भी इस दिन विशेष महत्व है। इसके साथ ही इस दिन स्नान-दान करने से कुंडली के दोषों का निवारण होता है और पाप व कष्ट भी मिट जाते हैं।