गृह प्रवेश के दौरान इन बातों का रखें ध्यान, नए घर में बनी रहेगी खुशहाली

Sanjucta Pandit
Published on -

Griha Pravesh Niyam : सनातन धर्म में मुहूर्त का महत्व बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसलिए हर मांगलिक कार्यों के लिए यह देखा जाता है, जिसमें गृह प्रवेश भी शामिल है। दरअसल, शुभ मुहूर्त लाभदायी फलों की प्राप्ति के लिए देखा जाता है। वहीं, गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करते समय ज्योतिष शास्त्र, पंचांग, तिथियों, नक्षत्रों और ग्रहों के स्थिति को ध्यान में रखा जाता है। इसके अलावा, शुभ मुहूर्त चयन में तिथि, दिन और लग्न का महत्व होता है। इसके साथ ही कुछ नियमों का भी पालन करना होता है, जिससे घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। आइए जानते हैं विस्तार से…

गृह प्रवेश के दौरान इन बातों का रखें ध्यान, नए घर में बनी रहेगी खुशहाली

इन बातों का रखें ध्यान

  • हिंदू धर्म में गृह प्रवेश हमेशा शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए ताकि घर में सफलता और खुशी प्रवेश करे। बता दें कि आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन और पौष महीने को गृह प्रवेश के लिए अच्छा नहीं माना जाता। वहीं, माघ, फाल्गुन, वैशाख और ज्येष्ठ महीने को गृह प्रवेश के लिए उत्तम माना जाता है। इन महीनों में सूर्य और चंद्रमा की स्थिति शुभ होती है।
  • हिंदू सांस्कृतिक परंपरा के अनुसार, नए घर में प्रवेश करते समय सबसे पहले अपने दाहिने पैर को आगे रखें। घर में शुभकार्यों की शुरुआत के लिए दाहिना पैर से घर में पहले कदम रखना शुभ माना जाता है। इसके अलावा, नए घर में मंदिर की स्थापना की जाती है। इस दौरान सही तरीके से पूजा करने से घर में सुख और समृद्धि आती है।
  • आम के पत्तों और नींबू से बनी डोरी घर की नकारात्मक ऊर्जा को बाहर रखने में मदद करती है। हिंदू परंपरा के अनुसार, घर में प्रवेश करने से पहले गृह के मुख्य द्वार और सभी कमरों के द्वार पर आम्र पोलो जरुर लगाएं। इसके अलावा, मंगल गीत के साथ गृह प्रवेश करें, जिससे घर में सुख, शांति और समृद्धि आएगी।
  • हिंदू धर्म में नए घर में प्रवेश के समय कलश का महत्वपूर्ण स्थान होता है। यह एक पवित्र परंपरागत प्रथा है। इसके लिए एक कलश में शुद्ध जल भरकर उसमें आम के 8 पत्ते रखें और उनके बीच एक नारियल रखें। इसे “कलश स्थापना” कहा जाता है। इसके बाद कलश को घर के प्रमुख स्थान पर स्थापित किया जाता है ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके।
  • नए घर में टूटा हुआ फर्नीचर रखना और पुराने घर की बुरी यादों को साथ लाना हिंदू सांस्कृतिक परंपरा में अच्छा नहीं माना जाता है। टूटा हुआ फर्नीचर घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है। इसलिए अगर नया फर्नीचर खरीदा जाए तो इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News