Prayagraj: आज देश भर में मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जा रहा है। आज मकर संक्रांति के स्नान पर्व के साथ प्रयागराज में माघ मेले की शुरुआत हो गई है। यह मेला आज यानी 15 जनवरी से शुरू हुआ है और यह 8 मार्च तक चलेगा। हर साल प्रयागराज में मकर संक्रांति के अवसर पर मेला लगता है। यहां स्नान और सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही तिल गुड़ व जौ इत्यादि का दान भी किया जाता है।
माघ मेला और मकर संक्रांति के पर्व के चलते प्रयागराज के संगम तट पर आस्था का सैलाब हर साल उमड़ता उम्र का है। कड़ाके की ठंड के बावजूद भी श्रद्धालु भारी संख्या में संगम तट पर स्नान करते हैं। आज यानी 15 जनवरी से 8 मार्च तक संगम तट पर भारी संख्या में भीड़ देखने को मिलेगी। आपको बता दें, जिस दिन मेले का समापन होगा उस दिन शिवरात्रि है। यहां हर साल माघ मेले के दौरान श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने आते हैं।
मेले में क्या-क्या व्यवस्थाएं की गई है
यह मेला लगभग 55 दिनों तक चलेगा। इसे संगम की रेती पर तंबू का अलग शहर आवाज किया गया है। माघ मेले में गंगा घाट और संगम तट पर सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। मेले के हर एक कोने की निगरानी सीसीटीवी कैमरे और ड्रॉन से की जाएगी। मेले में स्वास्थ्य ,चिकित्सा और सुरक्षा की भी अच्छी खासी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा मेले में 24 घंटे बिजली और पानी की व्यवस्था भी की गई है।
माघ मेले का क्या महत्व है
प्रयागराज में माघ मेला एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है। यह मेला हिंदू धर्म के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण आस्था का केंद्र है। माघ मेला हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण मेलों में से एक है। इस मेले में देशभर से लाखों श्रद्धालु आते हैं। मेले में श्रद्धालु संगम में स्नान करते हैं, कल्पवास करते हैं और धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। मकर संक्रांति के दिन संगम में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। मकर संक्रांति के दिन प्रयागराज में इतनी ज्यादा भीड़ होती है, कि संगम में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं को कतारों में लगना पड़ता है।