May Panchak 2024: हर महीने पाँच ऐसे दिन होते हैं, जब शुभ और मांगलिक कार्यों को नहीं करना चाहिए। इन्हें “पंचक” कहा जाता है। हिन्दू धर्म में पंचक का विशेष महत्व होता है। इसे धार्मिक दृष्टि से अशुभ माना जाता है। इस दौरान विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, गृह निर्माण, इत्यादि शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है। 2 मई दोपहर 2:32 बजे पंचक शुरू होगा और इसका समापन 6 मई शाम 5:43 बजे होगा।
पंचक के 5 प्रकार
पंचक 5 प्रकार के होते हैं। सोमवार को शुरू होने वाले पंचक को “राज पंचक” कहा आता है। मंगल और गुरुवार के पंचक को “अग्नि पंचक कहा जाता है। शुक्रवार को चोर पंचक, शनिवार को मृत्यु पंचक और रविवार को रोग पंचक शुरू होता है। मई में अग्नि पंचक (Agni Panchak) लगने वाला है। इस दौरान तीन बड़े पर्व भी पड़ रहे हैं, इसमें एकादशी, मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत शामिल हैं।
भूलकर भी न करें ये काम
- इस दिन नए भवन का निर्माण नहीं करना करना चाहिए। यदि घर का निर्माण कार्य चल रहा है तो पंचक के दौरान छत ढलवाने की गलती न करें।
- पंचक के दौरान दक्षिण दिशा में यात्रा, लकड़ी की खरीदारी, गृह प्रवेश इत्यादि शुभ कार्यों को न करें।
- इस दौरान बेटी या बहु की विदाई करना अशुभ माना जाता है।
- पंचक के दौरान खाट बनवाने की गलती न करें।
आजमाएं ये उपाय
- पंचक के दौरान आटे से निर्मित पंचमुखी दीपक को तेल से भरकर भगवान शिव के मंदिर में जलाएं।
- यात्रा पर निकले से पहले हनुमान जी को 5 फल चढ़ाएं।
- घर की छत ढलवाने से पहले मजदूरों को मिठाईं खिलाएं। ऐसा में अशुभता कम होती है।
- यदि पंचक के दौरान लकड़ी की खरीददारी करनी है तो गायत्री हवन करवा कर आप लकड़ी की वस्तुएं खरीद सकते हैं।
(Disclaimer: इस आलेख उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न मान्यताओं पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)