Ram Navami 2024: इस बार 17 अप्रैल को रामनवमी का त्यौहार मनाया जाएगा। वहीं इस त्यौहार की तैयारियां जोर शोर से की जा रही हैं। इसी कड़ी में अयोध्या के राम मंदिर में रामनवमी के इस अवसर पर भक्तों का तांता लग सकता हैं। दरअसल दशकों बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ है। जानकारी दे दें कि इसी साल जनवरी के महीने में अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम हुआ था। वहीं अब रामनवमी को लेकर अयोध्या के राम मंदिर में विशेष तैयारी की जा रही हैं।
दरअसल रामनवमी के इस भव्य उत्सव के दौरान राम मंदिर में राम लला का खास तरह से सूर्य तिलक किया जाएगा। जानकारी के अनुसार इसके लिए खास तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया जाने वाला हैं। तो चलिए समझते हैं कैसे इस बार सूर्य की रौशनी रामलला के मस्तिष्क पर लाई जाएगी।
जानें कैसे भगवान राम के मस्तिष्क तक पहुंचेगी सूर्य की किरण?
जानकारी के अनुसार 17 अप्रैल के दिन यानी रामनवमी के पावन उत्सव पर अयोध्या में श्री रामलला का सूरज की किरणों से ही अभिषेक किया जाएगा। दरअसल फिजिक्स की एक खास प्रोसेस ऑप्टोमैकेनिकल सिस्टम के जरिए यह सूर्य तिलक भगवान राम के मस्तिष्क तक पहुंचाई जाएंगी। जानकारी के मुताबिक एक खास प्रोसेस के चलते सूर्य की किरणें मंदिर में तीसरे फ्लोर पर लगे हुए पहले शीशे पर पड़ेगी और फिर इसके बाद फिर तीन लेंस से होकर भगवान राम के मस्तिष्क तक पहुंचेगी।
जानकारी के अनुसार दो और शीशे से गुजरते हुए या सूर्य की किरण ग्राउंड फ्लोर पर लगे अंतिम शीशे पर आएगी। वहीं इसके बाद सूर्य की किरणों से रामलला का सूर्य तिलक पूर्ण हो जाएगा। जानकारी के अनुसार सूर्य तिलक रामलला के मस्तिष्क पर 4 मिनट तक पड़ने वाला हैं वहीं यह 75 मिमी के गोल तिलक के शेप में दिखाई देगा।