भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की 12 जनवरी को मुंबई में एक स्पेशल मीटिंग होने वाली है। दावा किया जा रहा है कि इस मीटिंग में बोर्ड मेंबर्स बड़ा फैसला ले सकते हैं। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के साथ हुई टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक देखने को मिला है, जिसके चलते टीम के कोच और कोचिंग स्टाफ पर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। इसके साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर पर भी अब खतरे की घंटी मंडरा रही है।
हालांकि, 12 जनवरी को होने वाली इस मीटिंग का मुख्य उद्देश्य सेक्रेटरी और ट्रेजरर पद के लिए चुनाव करना माना जा रहा है। जानकारी के मुताबिक देवजीत सैकिया को अब बीसीसीआई का अध्यक्ष चुना जा सकता है और उन्हें कार्यभार सौंपा जा सकता है। देवजीत सैकिया सितंबर 2025 तक के पद पर बने रहेंगे।
12 जनवरी को होने वाली मीटिंग में लिया जाएगा बड़ा फैसला
लेकिन 12 जनवरी को होने वाली इस मीटिंग में भारतीय टीम के हेड कोच को लेकर भी बड़ा फैसला लिया जा सकता है। दरअसल, हालिया प्रदर्शन ने भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड से सीरीज हारने के बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की रेस से बाहर कर दिया है। भारत के कई दिग्गज खिलाड़ियों ने हेड कोच पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। ऐसे में हेड कोच को लेकर भी चर्चा की जा सकती है। हालांकि, अब देखना होगा कि क्या हेड कोच को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से पहले हटाया जा सकता है? हालांकि, अभी तक आधिकारिक तौर पर बीसीसीआई की ओर से कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है।
इस सीरीज से तय होगा हेड कोच गौतम गंभीर का भविष्य
भारत फरवरी में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में हिस्सा लेने वाला है। इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट से पहले टीम के लिए बीसीसीआई द्वारा कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। हालांकि, गौतम गंभीर की कोचिंग की शुरुआत दो शानदार सीरीज के साथ हुई थी। दरअसल, गौतम गंभीर के कोचिंग करियर की शुरुआत बांग्लादेश को 2-0 से हराकर हुई थी, लेकिन उसके बाद न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के सामने भारतीय टीम बेहद कमजोर नजर आई। सुनील गावस्कर ने सवाल उठाया था कि ऐसे में हमारा कोचिंग स्टाफ क्या कर रहा था, जो इम्प्रूवमेंट नजर नहीं आया। बता दें कि, भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी से पहले इंग्लैंड के साथ वनडे और T20 सीरीज भी खेलने वाली है। ऐसे में यह दोनों सीरीज भारतीय टीम के लिए चैंपियंस ट्रॉफी से पहले बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं। हालांकि, अब देखना होगा कि इन सीरीज में भारतीय टीम का प्रदर्शन कैसा रहता है। इन सीरीज से हेड कोच गौतम गंभीर का भविष्य भी तय हो सकता है।