India vs South Africa : साउथ अफ्रीका ने भारत को दिया 250 रनों का लक्ष्य

Amit Sengar
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नई दिल्ली,डेस्क रिपोर्ट। भारत और दक्षिण अफ्रीका (india vs south africa) के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला लखनऊ में खेला जा रहा है जहाँ के इकाना स्टेडियम में खेला जा रहा है। शिखर धवन ने टॉस जीतकर फील्डिंग चुनी। पहले बल्लेबाजी करते हुए अफ्रीकी टीम ने 40 ओवर में 4 विकेट खोकर 249 रन बनाए हैं। बारिश की वजह से यह मैच देरी से शुरू हुआ था। इस वजह से 10-10 ओवर घटा दिए गए थे। भारत की ओर से शार्दुल ने सबसे ज्यादा दो विकेट लिए। वहीं, कुलदीप और रवि बिश्नोई को एक-एक विकेट मिला।

बता दें कि यानेमन मलान और क्विंटन डिकॉक ने मिलकर पहले विकेट के लिए 49 रन की साझेदारी निभाई। इस साझेदारी को शार्दुल ठाकुर ने तोड़ा। उन्होंने यानेमन मलान को श्रेयस अय्यर के हाथों कैच कराया। मलान 42 गेंदों में 22 रन बना सके। इसके बाद कप्तान तेम्बा बावुमा कुछ खास नहीं कर सके और उन्हें शार्दुल ने इन स्विंग गेंद पर क्लीन बोल्ड किया। बावुमा आठ रन बना सके। एडेन मार्करम को कुलदीप यादव ने क्लीन बोल्ड किया। मार्करम खाता भी नहीं खोल सके। इसके बाद हेनरिक क्लासेन और डेविड मिलर ने तूफानी बल्लेबाजी की।

दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 106 गेंदों में 139 रन की नाबाद साझेदारी निभाई। आखिरी पांच ओवर में दोनों ने 55 रन जोड़े। क्लासेन ने वनडे करियर का चौथा अर्धशतक लगाया। वहीं, मिलर ने 18वां अर्धशतक लगाया। मिलर 63 गेंदों में 75 रन और हेनरिक क्लासेन 65 गेंदों में 74 रन बनाकर नाबाद रहे। मिलर ने अपनी पारी में पांच चौके और तीन छक्के लगाए। वहीं, क्लासेन ने अपनी पारी में छह चौके और दो छक्के लगाए।

दोनों टीमों की प्लेइंग-11
भारतः शिखर धवन (कप्तान), शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड़, श्रेयस अय्यर, ईशान किशन, संजू सैमसन, शार्दूल ठाकुर, कुलदीप यादव, रवि बिश्नोई, आवेश खान और मोहम्मद सिराज।

साउथ अफ्रीकाः क्विंटन डिकॉक, यानेमन मलान, टेंबा बाउमा (कप्तान), एडेन मार्करम, हेनरिक क्लासेन, डेविड मिलर, वेन पर्नेल, केशव महाराज, लुनगी एनगिडी, तबरेज शम्सी और कगिसो रबाडा।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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