भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी तेज गेंदबाजों में से एक मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में वापसी को लेकर महत्वपूर्ण बात कही है। दरअसल शमी का मानना है कि इस ट्रॉफी के लिए भारत की दावेदारी सबसे मजबूत है और असली दबाव ऑस्ट्रेलिया पर ही होना चाहिए। वहीं शमी का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब भारतीय टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में लगातार चार बार ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाई है, जिसके चलते भारत की जीत की उम्मीदें आने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में और भी ज्यादा हो गई है।
दरअसल शनिवार को 34 वर्षीय मोहम्मद शमी बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के एक अवॉर्ड समारोह में शिरकत करने पहुंचे। वहीं इस खास मौके पर उन्होंने अपनी फिटनेस और टीम इंडिया में वापसी को लेकर कई अहम जानकारी साझा की।
बता दें कि शमी फिलहाल टखने की चोट से उबरने के लिए नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) में रिहैब प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। जानकारी के अनुसार इस कार्यक्रम में शमी ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी, अपनी वापसी की रणनीति और घरेलू क्रिकेट में खेलने की संभावनाओं पर खुलकर अपनी राय व्यक्त की है।
हम ही हैं प्रबल दावेदार, चिंता ऑस्ट्रेलिया को होनी चाहिए : शमी
इस दौरान शमी ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर बोलते हुए कहा कि, “बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए प्रबल दावेदार हम हैं। पिछली चार टेस्ट सीरीज में हमने ऑस्ट्रेलिया को हराया है, इसलिए चिंता उन्हें होनी चाहिए, हमें नहीं।” शमी के इस बयान से साफ दिख रहा है कि भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है।
पूरी तरह फिट होने के बाद ही मैच खेलूंगा: शमी
दरअसल शमी ने अपनी फिटनेस और वापसी को लेकर स्पष्ट कहा कि वे किसी भी प्रकार की जल्दबाजी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि, “जब तक मैं 100% फिट नहीं हो जाता, तब तक मैदान पर वापस नहीं आऊंगा। जल्दबाजी से फिर से चोट लगने का खतरा होता है। चाहे वह बांग्लादेश, न्यूजीलैंड या ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोई भी सीरीज हो, मैं अपनी फिटनेस को सबसे ज्यादा महत्व दूंगा।”